चिन्हित कर कार्रवाई करने के आदेश :- सीएम योगी ने खनन विभाग को तत्काल भवन निर्माण सामग्रियों के मूल्य में अनपेक्षित बढ़ोतरी पर नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं। अनावश्यक भंडारण करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई के लिए कहा है। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की सचिव डा.रोशन जैकब ने बताया कि, खनन विभाग भंडारण की नियमित समीक्षा कर रहा है।
बिहार से मौरंग न आने से बढ़ गए रेट :- सरकार ने सख्ती दिखाते हुए कहाकि, अब अगर 30 सितंबर तक भंडारण किए गए बालू-मौरंग व गिट्टी का 90 फीसद स्टाक बाजार में नहीं निकाला तो भंडारण का स्टाक जब्त हो जाएगा। पूर्वांचल में मौरंग के दाम बेतहाशा इसलिए बढ़ गए कि इन जिलों में बिहार से मौरंग इस बार नहीं आ पाई है। उत्तर प्रदेश में बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, जालौन व फतेहपुर आदि जिलों में मौरंग का भंडारण हैं। यहां से पूर्वांचल के जिलों में मौरंग पहुंचने पर वह महंगी हो जाती है। भंडारण स्थल पर 20 से 25 रुपये घनफुट ही मौरंग के दाम हैं, पर ढुलाई अधिक होने से दाम बढ़ रहे हैं।
मौरंग भंडारण के 228 लाइसेंस जारी :- उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में इस बार मौरंग भंडारण के 228 लाइसेंस जारी किए गए हैं। इनमें करीब 68.26 लाख घन मीटर मौरंग का भंडारण हुआ था। मानसून सत्र जुलाई, अगस्त व सितंबर में इन्हीं भंडारण स्थल से मौरंग व बालू बाजार में आती है। पिछले दो माह में मौरंग की केवल 35 फीसद ही उठान हुई है। अब तक लगभग 23.9 लाख घन मीटर मौरंग ही बाजार में पहुंची है। भंडार गृहों में अब भी करीब 44.36 लाख घन मीटर मौरंग बची हुई है। लाइसेंस धारकों को इसे 30 सितंबर तक खत्म करना होगा।