लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लिए मंगलवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। पूरे यूपी के 75 जिलों में पांच जनवरी को कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन होगा। 1500 केद्रों पर कोरोना टीकाकरण किया जाएगा। हर जिले से छह स्थान चुने गए हैं। जिनमें तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाकों में हैं। इन टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन लगवाने वाला स्टाफ और वैक्सीन लगवाने वाले हेल्थ वर्कर्स दोनों मौजूद रहेंगे। टीकाकरण की टीमें वैक्सीन बॉक्स के साथ निर्धारित केंद्रों पर पहुंचेंगी। पर वैक्सीन लगाई नहीं जाएगी। क्योंकि यह ड्राई रन है। तैयारियां बिना किसी गड़बड़ की हों इसलिए कोरोना टीकाकरण के लिए अफसर और डाक्टर दोनों मुस्तैद हैं। हर केद्र पर सीसीटीवी लगाए गए हैं जिससे इन तैयारियों की एक-एक हरकत कैमरे में कैद हो जाए। और दोबारा उसका निरीक्षण करने पर अगर कोई चूक मिले तो उसे दुरुस्त कर लिया जाए।
तू उसको ही क्यों छल रहा है, जो तेरी थाली भरता है? : अखिलेश यादव नौ लाख स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण :- कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन यूपी के सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में पहले चरण में नौ लाख स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण होना है। शनिवार 2 जनवरी को लखनऊ के छह केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण की तैयारियों को परखा गया और अब पांच जनवरी को प्रदेश के सभी 75 जिलों के छह-छह स्थानों पर कोरोना टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
सभी जिलों के मुखिया को भेजे गए पत्र :- अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, यह अभियान सफलता के साथ पूरा हो, इसके लिए राज्य के सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को भेजे गए पत्र में उनसे कोरोना टीकाकरण के पूर्वाभ्यास को सफल बनाने के इंतजाम करने को कहा गया है।
दिशा निर्देशा :- पत्र में लिखे निर्देशों के अनुसार, कोरोना टीकाकरण अभियान के ड्राई रन के लिए टीकाकरण करने वाली टीम को टीकाकरण स्थल पर 45 मिनट पहले यानी सुबह 9.15 बजे पहुंचना होगा। पूर्वाभ्यास सुबह 10 बजे शुरू होगा और तब तक जारी रहेगा जब तक सभी लाभार्थी पूरे नहीं हो जाते हैं। टीकाकरण अभियान को बाधा मुक्त बनाने के लिए चुनाव की तरह ही सेक्टर अफसरों को नियुक्त किया जाएगा। टीकाकरण के लिए सभी समय से पहुंचे इसलिए पहले से सूचना दे दी जाएगी।
बिल्कुल असल जैसा :- कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन को बेहद आसान शब्दों में वाराणसी के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसीएमओ डा. वीएस राय ने बताया कि, ड्राई रन का अर्थ कोरोना वैक्सीनेशन प्रक्रिया का पूर्वाभ्यास है। बिल्कुल असल जैसे कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में होने वाला है। बस इस प्रक्रिया में कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। ड्राई रन के लिए हर साइट पर दो-दो सेशन आयोजित होंगे। प्रत्येक सेशन के लिए तीन कमरे होंगे, जिसमें पहला कमरा प्रतीक्षा कक्ष, दूसरा टीकाकरण और तीसरा कमरा निगरानी कक्ष (टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक डाक्टर की निगरानी में) तैयार किए गए हैं।
रियल टाइम मानिटरिंग होगी :- वीएस राय ने बताया कि, टीके की रियल टाइम मानिटरिंग की जाएगी। टीकाकरण करने वाली टीम निर्धारित स्थल पर 45 मिनट पहले पहुंच जाएगी। चिन्हित केंद्रों पर डमी वैक्सीन, सिरिंज, एईएफआइ किट व अन्य संसाधन निर्धारित समय में पहुंचाए जाएंगे।