यूपी में बनेगी नई संस्कृति नीति, मिलेगा ढेर सारा रोजगार वजह है वाजिब :- प्रदेश के इन 13 जिलों में 04 जून तक कुल मौतों की संख्या की आधी से अधिक 10,654 लोगों की मृत्यु हुई है। अब अगर कारण की तलाश की जाए तो जानकार बताते हैं सर्वाधिक मृत्यु का प्रमुख कारण इन सभी जिलों में जनसंख्या का घनत्व अधिक होना हो सकता है। दूसरी वजह 13 जिले में से 10 जिले के मण्डलीय मुख्यालय होने भी बड़ी वजह हो सकता है। मण्डलीय मुख्यालय होने की वजह से यहां बेहतर चिकित्सा सुविधा होती है। जिस वजह से आसपास के छोटे जिलों के कोरोना मरीज भी इन जिले में इलाज कराने आते हैं। जिस वजह से मौत का यह आंकड़ा बड़ा दिख रहा है। बाकी बचे तीन जिले गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद तथा रायबरेली जिले हैं।
दहाई में मौतें :- सूबे के 16 ऐसे जिले भी हैं जहां कोरोना वायरस से हुई मृत्यु की संख्या दहाई में है। इनमें तीन ऐसे जिले हैं जहां पूरे कोरोना काल में अब तक 50 से भी कम संक्रमित लोग कोरोना का शिकार हुए हैं। शामली, सिद्धार्थनगर, मऊ, संभल, बदायूं, संतकबीर नगर, एटा, मिर्जापुर, श्रावस्ती, हाथरस, महोबा, चित्रकूट, कानपुर देहात, कासगंज, हमीरपुर तथा कौशाम्बी।
एक्टिव केस भी अधिक :- सर्वाधिक मौतों वाले ज्यादातर जिलों में इस समय भी एक्टिव केसों की संख्या अधिक है। लखनऊ में एक्टिव केसों की संख्या 1334 है जबकि मेरठ में यह संख्या 1452 है। इसी प्रकार से सहारनपुर में 1399, वाराणसी 1159, गोरखपुर 880,गाजियाबाद 677, गौतमबुद्धनगर 665 तथा प्रयागराज में 424 सक्रिय केस हैं।
कोरोना से सबसे अधिक मौतों वाले जिले :- जिले कोरोना से हुई मौत
लखनऊ 2486
कानपुर नगर 1733
वाराणसी 952
प्रयागराज 915
मेरठ 848
गोरखपुर 744
झांसी 608
गौतमबुद्धनगर 455
गाजियाबाद 447
आगरा 424
सहारनपुर 395
मुरादाबाद 338
रायबरेली 309
लखनऊ 2486
कानपुर नगर 1733
वाराणसी 952
प्रयागराज 915
मेरठ 848
गोरखपुर 744
झांसी 608
गौतमबुद्धनगर 455
गाजियाबाद 447
आगरा 424
सहारनपुर 395
मुरादाबाद 338
रायबरेली 309