सोने की घटती कीमतें और इसका प्रभाव
लखनऊ के व्यापारियों का मानना है कि सोने के दामों में आई गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में आई नरमी है। यह गिरावट घरेलू बाजार में भी दिखाई दे रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह समय सोने में निवेश के लिए उपयुक्त हो सकता है, क्योंकि त्योहारी सीजन में दामों में फिर से बढ़ोतरी की संभावना होती है। इसके साथ ही, शादी और अन्य मांगलिक अवसरों के लिए भी ग्राहक इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। यह भी पढ़ें
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जीएसटी और हॉलमार्किंग चार्जेज अतिरिक्त
गौरतलब है कि उपरोक्त दरों पर जीएसटी, मेकिंग चार्जेस और हॉलमार्किंग चार्जेस अलग से जोड़े जाएंगे। इससे ग्राहकों को पारदर्शिता और गुणवत्ता की गारंटी मिलेगी। विनोद माहेश्वरी, लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के प्रमुख व्यापारी, ने बताया कि सोने-चांदी की ज्वेलरी में हॉलमार्किंग अनिवार्य है, जिससे शुद्धता सुनिश्चित होती है।निवेशकों के लिए क्यों है यह सही समय?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने-चांदी की कीमतें अभी भी अस्थिर हैं, इसलिए यह अवसर अल्पावधि में निवेश के लिए अनुकूल हो सकता है। लॉन्ग-टर्म में सोने की कीमतें बाजार की अस्थिरता के अनुसार ऊपर-नीचे हो सकती हैं, इसलिए निवेशकों को सोच-समझकर और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखकर निवेश करना चाहिए। यह भी पढ़ें
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सोने-चांदी के दामों में आई गिरावट ने लखनऊ के बाजार में हलचल मचा दी है। निवेशक और ग्राहक इस समय का अधिक से अधिक लाभ उठा सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी सीजन में दामों में बढ़ोतरी संभव है, इसलिए यह अवसर खासकर निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकता है। यह भी पढ़ें