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सम्पूर्ण समाधान दिवस का फोकस: गुणवत्तापूर्ण निस्तारण
डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि शिकायतों के निस्तारण में कोई लापरवाही न बरती जाए। अगर किसी मामले में शिकायतकर्ता निस्तारण से संतुष्ट नहीं होता है या गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी मौके पर जाकर शिकायतों की जांच करें और समाधान की प्रक्रिया को पारदर्शी रखें।शिकायतों का वितरण और निस्तारण: सभी तहसीलों में आयोजित समाधान दिवस
तहसीलवार प्रकरण निस्तारण आंकड़े:तहसील सदर: 51 में से 12 प्रकरण निस्तारित
तहसील मलिहाबाद: 140 में से 21 प्रकरण निस्तारित
तहसील बीकेटी: 256 में से 89 प्रकरण निस्तारित
तहसील मोहनलालगंज: 172 में से 33 प्रकरण निस्तारित
तहसील सरोजनी नगर: 119 में से 12 प्रकरण निस्तारित
शेष प्रकरणों को समयबद्ध तरीके से निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को सौंप दिया गया।
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प्रकरणों का वर्गीकरणजिले में प्राप्त शिकायतें निम्नलिखित विभागों से संबंधित थीं पुलिस: 99
राजस्व एवं पुलिस संयुक्त: 1
राजस्व: 399
विकास: 59
शिक्षा: 10
समाज कल्याण: 22
चिकित्सा: 4
अन्य: 144 डीएम के सख्त निर्देश: बार-बार आने वाली शिकायतों पर कड़ी नजर
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि बार-बार आने वाली शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान लिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि कोई मामला निस्तारण योग्य है, तो उसका तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा, “समाधान दिवस का मुख्य उद्देश्य जनसामान्य को उनके अधिकार और न्याय दिलाना है। सभी प्रकरणों की गुणवत्तापूर्ण जांच और समयबद्ध निस्तारण हमारी प्राथमिकता है।”
समाधान दिवस की विशेषताएं
त्वरित निस्तारण की प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
शिकायतकर्ताओं को समाधान के प्रति आश्वस्त किया गया।
मामलों की प्राथमिकता सूची तैयार की गई।
त्वरित निस्तारण की प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
शिकायतकर्ताओं को समाधान के प्रति आश्वस्त किया गया।
मामलों की प्राथमिकता सूची तैयार की गई।