ये होंगी खासियतें पंचतंत्र तीन एकड़ में बनाया जाएगा और इसमें 8-10 कहानियों को दर्शाया जाएगा। इसे खासतौर से बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा जिससे कि मनोरंजन के साथ-साथ बच्चों को ज्ञान भी मिले। वन में कहानियों को दर्शाने के लिए छोटे-बड़े आकार के लगभग 800 वन्यजीवों, परिंदों, जलीय जंतु आदि के मॉडल लगाए जाएंगे। इस मामले में डीएफओ अवध डॉ. रवि कुमार सिंह ने कहा है कि राजभवन में पंचतंत्र वन स्थापना को लेकर प्रोजेक्ट की प्रस्तुति और तैयारी बैठक हो चुकी है। कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम की देखरेख में यह प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा। वन में वन्यजीवों के चित्रीकरण, कहानियों से संबंधित डिजाइन लेआउट प्लान का प्रजेंटेशन हो चुका है।
ऐसे मॉडल लगाए जाएंगे जो लोगों को दिखाई नहीं देते वन में बच्चों के खेलने के लिए झुले लगाए जाएंगे। पंचतंत्र वन को भव्य आकार दिया जाएगा। इसमें विभिन्न आकार के शीशों की रेंज भी लगाई जाएगी ताकि बच्चे सैर के दौरान हंसते खेलते पंचतंत्र की कहानियों से रूबरू हों। इसके साथ ही ऐसे परिंदों और वन्यजीवों के कृत्रिम 3डी मॉडल लगाए जाने की योजना है, जो अमूमन लोगों को दिखाई नहीं पड़ते। प्रोजेक्ट को 2021 तक गर्मियों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।