लखनऊ. Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana Uttar Pradesh : कोरोना वायरस संकट की वजह से यूपी के गरीबों को खाली थाली की वजह से भूखे पेट न सोना पड़े इसके लिए यूपी सरकार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मई और जून 2021 में मुफ्त अनाज देगी। इसके तहत मई-जून माह में पांच किलो मुफ्त खाद्यान्न दिया जाएगा। यह मुफ्त 5 किलो अनाज (गेहूं अथवा चावल), राशन कार्ड पर नियमित रूप से मिलने वाले अनाज के कोटे से अलग होगा। केंद्र सरकार के इस फैसले से यूपी के 11 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन मिल सकेगा। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 21 से 25 मई के बीच यह मुफ्त राशन बांटा जाएगा। सूबे के सभी जिला आपूर्ति अधिकारी के पास यह यह आदेश पहुंच चुका है।
भाजपा सरकार के झूठ से मृत्यु का सच नहीं छिपाया जा सकता : अखिलेश यादव 21 मई से बंटेगा मुफ्त राशन :- यूपी में इस वक्त पात्र गृहस्थी वाले करीब 10.50 लाख व करीब 88 हजार अंत्योदय राशन कार्ड धारक हैं। इस योजना के तहत प्रति यूनिट पांच किलो राशन बांटा जाएगा। कार्डधारकों को दो किलो चावल और तीन किलो गेहूं दिया जाएगा। जिला आपूर्ति अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि राशन आवंटित किया जा चुका है। कोटेदारों ने राशन उठाना भी शुरू कर दिया है। 18 मई तक नियमित राशन दिया जाएगा। इसके बाद 21 मई से राशन कार्डधारकों को मुफ्त राशन दिया जाएगा।
इस बार नहीं मिलेगा चना :- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना गत वर्ष शुरू हुई थी। इसके तहत प्रति यूनिट पांच किलो गेहूं और चावल के साथ एक किलो चना भी दिया गया था। पर इस बार चना नहीं दिया जाएगा। साथ ही प्रदेश सरकार ने सभी कोटेदारों को चेताया है कि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत किसी भी तरह की लापरवाही की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अब तक साढ़े बीस लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कोरोना काल में भी उत्तर प्रदेश में अब तक करीब 3,99,935 किसानों से 20.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदा जा चुका है। प्रदेश में गेहूंं खरीद करने का जिम्मा 11 एजेंसियों को सौंपा गया था। इनमें चार एजेंसियों ने कोई क्रय केंद्र संचालित नहीं किया है। सर्वाधिक 3252 केंद्र उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) ने संचालित किए हैं। और करीब नौ लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा है। राज्य में कुल 5612 क्रय केंद्र स्थापित किए गए है। राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद ने पहली बार 48 जिलों में 110 गेहूं खरीद केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति कुंतल दर से 46982 मीट्रिक टन गेहूं खरीद हो चुकी है। 8523 किसानों को 92.78 करोड़ रुपए का गेहूं मूल्य भुगतान किया जा चुका है।