पुलिस की इस पहल से उन वर्किंग युवतियों ने राहत की सांस ली है, जो रोजाना टैक्सी से बैठकर काम पर जाती हैं। उन्होंने इस पहल के लिए पुलिस को धन्यवाद कहा है। राजधानी के इंदिरानगर निवासी चेतना शर्मा का कहना है कि वह रोजाना ऑटो से ऑफिस जाती हैं। कई बार ऑटो ड्राइवर मना करने के बाद भी तेज आवाज में गाना बजाता है, वहीं आलमबाग की रूबी मिश्रा का कहना है कि पुलिस की यह पहल स्वागत योग्य है। अब कम से कम हम सुकून तो ऑफिस जा सकेंगे। बालागंज की अर्चना गौतम कहती हैं कि अगर कोई लड़की बैठी हो तो ज्यादातर टैक्सी वाले अश्लील भोजपुरी गाना बजा देते हैं, जिससे सफर पूरा करना मुश्किल हो जाता है। ठाकुरगंज निवासी राधा कहती हैं कि मेरा तीन वर्ष का बेटा तो गाने के डर से टैक्सी में बैठता ही नहीं है। बुजुर्गों ने लखनऊ पुलिस की इस पहल का स्वागत किया है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी बोले
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि ऑटो, टैंपो व ई-रिक्शा में तेज आवाज में संगीत बजाया जाता है, जिसके चलते महिलाओं, बुजुर्गों और शिशुओं को काफी दिक्कत होती है। कई बार तो ड्राइवर ऐसे अश्लील गाने बजा देते हैं कि महिलाएं खुद को काफी अहसहज महसूस करती हैं। उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ जिले में अभियान चलाया जा रहा है। अबसे जिस ऑटो, टैंपो व ई-रिक्शा में म्यूजिक सिस्टम पाया गया, उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि ऑटो, टैंपो व ई-रिक्शा में तेज आवाज में संगीत बजाया जाता है, जिसके चलते महिलाओं, बुजुर्गों और शिशुओं को काफी दिक्कत होती है। कई बार तो ड्राइवर ऐसे अश्लील गाने बजा देते हैं कि महिलाएं खुद को काफी अहसहज महसूस करती हैं। उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ जिले में अभियान चलाया जा रहा है। अबसे जिस ऑटो, टैंपो व ई-रिक्शा में म्यूजिक सिस्टम पाया गया, उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
पत्रिका पोल पर लोगों की राय
लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) की इस पहल पर पत्रिका ने पाठकी राय जानने के लिए फेसबुक पर पोल चलाया था। पोल को लेकर करीब 90 फीसदी लोगों ने पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है। सबने एक सुर से कहा कि यह नियम जरूरी था।
लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) की इस पहल पर पत्रिका ने पाठकी राय जानने के लिए फेसबुक पर पोल चलाया था। पोल को लेकर करीब 90 फीसदी लोगों ने पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है। सबने एक सुर से कहा कि यह नियम जरूरी था।