यूपी ग्राम पंचायत चुनाव 2021 : चुनावी प्रचार में जिपंअ पद प्रत्याशी कर सकेगा 2 लाख रुपए खर्च, ग्राम प्रधान प्रत्याशी हुए मायूस कुल 8,69,814 जनप्रतिनिधि चुने जाएंगे :- नई परिसीमन में जिला पंचायतों के 3120 वॉर्डों की संख्या घटाकर 3051 कर दी गई है। यूपी में इस बार 59,074 की जगह 58,194 ग्राम पंचायतों में प्रधान चुने जाएंगे। ग्राम पंचायत वॉर्डों की संख्या 7,44,558 से घटाकर 7,31,813 कर दी गई है। वर्ष 2015 की तुलना में ग्राम पंचायतों में वॉर्डों की संख्या 12,745 कम की गई है। इसी तरह 77,801 क्षेत्र पंचायत सदस्यों की संख्या में कटौती करते हुए 75,855 की गई है। इस तरह कुल 8,69,814 जनप्रतिनिधि चुने जाएंगे।
अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने बताया कि, उत्तर प्रदेश में नगरीय निकायों के सीमा विस्तार या नए निकायों के गठन से ग्राम पंचायतों की संख्या में कमी आई है। आरक्षण नीति में शासन स्तर पर विचार-विमर्श :- आरक्षण के फॉर्मूले का प्रस्ताव पंचायतीराज निदेशालय ने शासन को भेज दिया है। अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार ने बताया कि आरक्षण नीति तैयार कर ली गई है, पर इस पर शासन स्तर पर विचार-विमर्श चल रहा है। आरक्षण नीति का शासनादेश जारी होने में थोड़ा समय लग सकता है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि आरक्षण नीति फरवरी के मध्य तक जारी किया जाएगा।
यूपी में इन 880 ग्राम प्रधानों के पदों पर नहीं होंगे चुनाव, मजबूरी की वजह जानेंगे ताेेे हो जाएंगे हैरान चार जिलों में पूर्ण परिसीमन :- गौरतलब है कि प्रदेश में ग्राम, क्षेत्र व जिला पंचायतों के निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन का काम काफी दिनों से चल रहा था। पूर्ण परिसीमन चार जिलों गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, संभल व गोंडा में हुआ है। इनमें वर्ष 2015 में परिसीमन नहीं हो पाया था। जबकि जिन जिलों में नए नगरीय निकायों का गठन हुआ है या नगरीय निकायों का सीमा विस्तार हुआ है, उनमें आंशिक परिसीमन कराया गया है। ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायतों के निर्वाचन क्षेत्र (वार्डों) के परिसीमन (पुनर्गठन) का काम पूरा करके अधिसूचना जारी कर दी गई है।