उन्होंने बताया, 18वीं सदी में नवाब आसफुदौला ने लखनपुर और लक्ष्मणपुर का नाम बदलकर लखनऊ रख दिया था। त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने बतौर अयोध्या नरेश लक्ष्मण जी को भेंट दिया था। उसी कारण लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुर पड़ा।”
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सांसद ने आगे बताया, “देश अमृत कालखंड में प्रवेश कर चुका है तो गुलामी और विलासिता के प्रतीक लखनऊ के नाम को परिवर्तित किया जाए। क्योंकि नवाब आसफ उददौला ने 1775 ईस्वी में इसका नाम बदल दिया था।”
पहले भी कई जिले के बदले गए हैं नाम
प्रदेश में इससे पहले भी कई जिलों के नाम बदले गए हैं। साल 2017 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुगलसराय स्टेशन को नया नाम दिया। प्रदेश सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार की मंजूरी मिली। फिर अगस्त 2018 में मुगलसराय स्टेशन को पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन नाम दिया गया। इसी तरह योगी कैबिनेट ने फैजाबाद जिले को अयोध्या नाम दिया है।
लखनऊ से जुड़ी है यह मान्यता
लोगों का मानना है कि लखनऊ को भगवान श्री राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने बसाया था। BJP नेता और लखनऊ से सांसद रहे लालजी टंडन ने अपनी एक किताब में लखनऊ को लक्ष्मण नगरी बताया है। प्रदेश की राजधानी में लक्ष्मण टीला, लक्ष्मण पुरी, लक्ष्मण पार्क समेत कई ऐसी जगह हैं जो लक्ष्मण के नाम पर हैं।