1. इटावा जिले के सैफई गांव में मुलायम सिंह का जन्म हुआ था। किसान परिवार में जन्मे मुलायम के पांच भाई-बहन हैं। पिता सुधर सिंह यादव उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे। पहलवान बने और खूब नाम पैदा किया। पर उन्हें अब राजनीति भाने लगी थी। राजनीतिक गुरु नत्थूसिंह के ही विधानसभा क्षेत्र जसवन्त नगर से राजनीतिक सफर शुरू किया।
2. राजनीति में आने से पहले मुलायम कुछ दिनों तक इन्टर कॉलेज में टीचिंग भी कर चुके हैं। जिस वजह से उस इलाके में उन्हें गुरुजी भी कहा जाता था। 3. मुलायम ने वर्ष 1967 में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। वर्ष 1967 में वे पहली बार एमएलए बने। तकरीबन 10 वर्षों के बाद 1977 में वे राज्य मंत्री बने।
4. मुलायम सिंह यादव ने तीन बार यूपी सीएम पद की जिम्मेदारी को संभाला। पहली बार वर्ष 1989 तो दूसरी बार वर्ष 1993 और फिर वर्ष 2003 में यूपी की कमान संभालने का मौका मिला।
5. वर्ष 1999 में मुलायम ने देश के रक्षा मंत्री का भी कार्यभार संभाला था। 6. बताया जाता है कि कुछ ऐसी परिस्थितियां आई थी कि मुलायम सिंह को एक बार देश के प्रधानमंत्री पद की कुर्सी मिलते मिलते रह गई। पीएम की कुर्सी और मुलायम के बीच रोड़ा बने बिहार के एक बड़े नेता जो बाद में मुलायम के रिश्तेदार भी बने।
7. मुलायम के राजनीतिक जीवन के हर पल के सहयोगी और साक्षी रहे उनके छोटे भाई शिवपाल अब सपा में नहीं हैं। वे नई पार्टी के साथ मैदान में अपनी ताल ठोंक रहे हैं।
8. समाजवादी पार्टी की कमान अब मुलायम सिंह के बड़े बेटे अखिलेश के पास है। अपने स्वास्थ्य कारणों से वो अब राजनीति से दूर हैं। और वहीं से हर हरकत पर उनकी निगाह रहती है।
9. कार्यकर्ता और पार्टी नेता मुलायम को प्यार से नेताजी के नाम से पुकारना ज्यादा पसंद करते हैं। 10. नेताजी की दो पत्नियां हैं। और दूसरे बेटे का नाम प्रतीक यादव है।