लखनऊ मेट्रो नं निर्माण के प्रार भ में ही ओएसएसएएस 18001:2007 तथा आईएसओ 14001:2004 से प्रमाणीकरण के लिये प्रक्रिया आर भ कर दी थी। जून 2017 में एलएमआरसी को आईएसओ 14001:2004 और ओएसएसएएस 18001:2007 से प्रमाणित कर दिया गया था तथा आईएसओ 14001:2015 से इसी क्रम में इसे उच्चीकृत कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, इस निर्माण में संलग्न एजेन्सियों ने भी एलएमआरसी के लक्ष्य के अनुसार अपने स्टाफ, कर्मचारियों तथा पूरे समाज को सुरक्षित एवं स्वास्थ्य वातावरण प्रदान करने के लिए दोनों प्रमाणीकरण भी प्राप्त किए हैं। आईएसओ 14001 एक पर्यावरणीय मैनेजमेंट प्रणाली (आईएमएस) है जो किसी संस्था के पर्यावरण पर पडऩे वाले प्रभाव को मापने का प्रारूप देता है जबकि ओएचएसएएस 18001 एक व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा मैनेजमेंट प्रणाली है जो संस्था के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रभाव को मापने और बेहतर बनाने की पद्धति प्रदान करता है।
तैयार हो रहा है हर्ब गार्डन लखनऊ मेट्रो आपकी सेहत का भी रखेगी ख़याल रखेगी। लखनऊ मेट्रो ने अपने लैंड पर प्लांटेशन शुरू कर दिया है। इस प्लांटेशन की खास बात ये भी है कि इसमें करीब 25 प्रतिशत तक मेडिसिनल प्लांट लगाएगा। इस हर्ब गार्डन के रूप में देखा जा सकता है। इन मेडिसिनल प्लांट को कई प्रकार की दवाइयां बनाने में प्रयोग किया जाएगा।
राजधानी वासियों के साथ-साथ मेट्रो पशुओं का भी ख्याल रखेगी। इस प्लांटेशन में वो पेड़ भी लगाए जाएंगे जिन्हे जानवरों के लिए बनाई जाने वाली दवाइयों में प्रयोग किया जाता है। लखनऊ मेट्रो ने अभी तक प्लांटेशन के लिए 59 प्रजातियों का चयन किया है। इन सभी प्रजातियों में से लगभग 12 प्रजातियां मेडिसिनल होंगी। शुरुआती दौर में इसकी प्लांटेशन शुरू कर दी गई है। अभी तक कुल 850 पौधे लगाए गए हैं जिनमें से 200 पौधे मेडिसिनल परपस के लिए हैं। कुछ ही दिनों में लखनऊ मेट्रो 385 पौधों को और लगाएगा।
यहां लगे हैं ये पौधे यह पौधे फिलहाल मेट्रो डिपो, पीएसी बटालियन और आशाराम बापू आश्रम में लगाए गए हैं। जैसे जैसे लखनऊ मेट्रो को जमीन मिलती जाएगी वह इस प्लांटेशन की संख्या बढ़ाते जाएंगे। लखनऊ मेट्रो स्टेशन की ओर से पर्यावरण को बचाने के लिए लगातार कदम बढ़ाए जाएंगे। इसी क्रम में मेट्रो स्टेशन के बाहर भारी संख्या में पौधे लगाए गए हैं। इससे मेट्रो स्टेशन के आस पास हरियाली और सुंदरता बरतने में मदद मिलेगी।