5 सितम्बर के कार्यक्रम की तैयारियां
एयरपोर्ट पर एलएमआरसी के यार्ड के पास ज़मीन चिन्हित की गयी है। यहीं पर सीएम योगी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह जनता को सम्बोधित करेंगे। उसके बाद वे ट्रांसपोर्ट नगर पर जा कर मेट्रो को हरीझंडी दिखाएंगे। तय शिड्यूल के मुताबिक़ ये दोनों चारबाग तक का सफर भी तय करेंगे। इसी क्रम में डीजीपी सुलखान सिंह ने गुरूवार को मेट्रो में चढ़कर सुरक्षा दृष्टि से जायज़ा भी लिया। ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन को भी बारीकी से देखा गया।
एयरपोर्ट पर एलएमआरसी के यार्ड के पास ज़मीन चिन्हित की गयी है। यहीं पर सीएम योगी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह जनता को सम्बोधित करेंगे। उसके बाद वे ट्रांसपोर्ट नगर पर जा कर मेट्रो को हरीझंडी दिखाएंगे। तय शिड्यूल के मुताबिक़ ये दोनों चारबाग तक का सफर भी तय करेंगे। इसी क्रम में डीजीपी सुलखान सिंह ने गुरूवार को मेट्रो में चढ़कर सुरक्षा दृष्टि से जायज़ा भी लिया। ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन को भी बारीकी से देखा गया।
302 जवानों की होगी तैनाती
उत्तर प्रदेश पुलिस और निजी सुरक्षा एजेंसी मिलकर यात्रियों, मेट्रो स्टेशन और डिपो की सुरक्षा संभालेंगे। यूपी पुलिस द्वारा तैनात सिपाहियों की जिम्मेदारी पुलिस विभाग के पास रहेगी। सूत्रों का कहना है कि आठ स्टेशनों पर 302 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इनमें 170 पीएसी जवान और 132 निजी सुरक्षा एजेंसी के कर्मी रहेंगे। निजी सुरक्षा एजेंसी के लिए एलएमआरसी ने जीफोरएस (ग्रुप फोर) के साथ एग्रीमेंट किया है। बताया जा रहा है कि आम तौर पर एक स्टेशन पर 20 से 25 सुरक्षा कर्मी तैनात किये जाएंगे। पीएएसी की ओर से मेट्रो सुरक्षा के लिए दलनायक (1), उप निरीक्षक प्लाटून कमाण्डर (33), आरक्षी (120) व बीडीएस, एएसचेक, डाग स्क्वाड के (16) कर्मी तैनात होंगे। आधिकारिक रूप से किस स्टेशन पर कितनी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे इसकी घोषणा नहीं की गयी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस और निजी सुरक्षा एजेंसी मिलकर यात्रियों, मेट्रो स्टेशन और डिपो की सुरक्षा संभालेंगे। यूपी पुलिस द्वारा तैनात सिपाहियों की जिम्मेदारी पुलिस विभाग के पास रहेगी। सूत्रों का कहना है कि आठ स्टेशनों पर 302 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इनमें 170 पीएसी जवान और 132 निजी सुरक्षा एजेंसी के कर्मी रहेंगे। निजी सुरक्षा एजेंसी के लिए एलएमआरसी ने जीफोरएस (ग्रुप फोर) के साथ एग्रीमेंट किया है। बताया जा रहा है कि आम तौर पर एक स्टेशन पर 20 से 25 सुरक्षा कर्मी तैनात किये जाएंगे। पीएएसी की ओर से मेट्रो सुरक्षा के लिए दलनायक (1), उप निरीक्षक प्लाटून कमाण्डर (33), आरक्षी (120) व बीडीएस, एएसचेक, डाग स्क्वाड के (16) कर्मी तैनात होंगे। आधिकारिक रूप से किस स्टेशन पर कितनी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे इसकी घोषणा नहीं की गयी है।
सीसीटीवी कैमरे से 24 घंटा निगरानी
सुरक्षा की दृष्टि से मेट्रो स्टेशन और मेट्रो ट्रेन की कैमरे से निगरानी होगी। इसके लिए डिपो में पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां से प्रायोरिटी फेज के आठों स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से अब तक सबसे बड़े मेट्रो स्टेशन चारबाग पर सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यहां 65 कैमरे लगाए हैं जब्कि अन्य मेट्रो स्टेशनों पर इनकी संख्या 54 है। कुल 544 सीसीटीवी लगाये गये हैं। इसी प्रकार बैगेज स्केनर 9, डीएफएमडी 9 व एचएचएमडी 38 उपलब्ध कराये गये हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से मेट्रो स्टेशन और मेट्रो ट्रेन की कैमरे से निगरानी होगी। इसके लिए डिपो में पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां से प्रायोरिटी फेज के आठों स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से अब तक सबसे बड़े मेट्रो स्टेशन चारबाग पर सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यहां 65 कैमरे लगाए हैं जब्कि अन्य मेट्रो स्टेशनों पर इनकी संख्या 54 है। कुल 544 सीसीटीवी लगाये गये हैं। इसी प्रकार बैगेज स्केनर 9, डीएफएमडी 9 व एचएचएमडी 38 उपलब्ध कराये गये हैं।
महिला सुरक्षा कर्मी भी होंगी तैनात
पीएसी में महिला सिपाही न होने के कारण निजी सुरक्षा एजेंसी ही महिला सुरक्षाकर्मी तैनात करेंगी। ग्रुप फोर निजी सुरक्षा एजेंसी से तीन साल के लिए करार हुआ है। बताया जा रहा है कि हर स्टेशन पर दो महिला सुरक्षाकर्मी लगाई जाएंगी।
पीएसी में महिला सिपाही न होने के कारण निजी सुरक्षा एजेंसी ही महिला सुरक्षाकर्मी तैनात करेंगी। ग्रुप फोर निजी सुरक्षा एजेंसी से तीन साल के लिए करार हुआ है। बताया जा रहा है कि हर स्टेशन पर दो महिला सुरक्षाकर्मी लगाई जाएंगी।
मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था का मॉडल हाइब्रिड मॉडल के आधार पर होगा। ये मॉडल अभी चेन्नई में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अनुसार क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी), बम स्क्वायड, डॉग स्क्वाड और कानून व्यवस्था के लिए यूपी पुलिस को जिम्मेदारी दी गयी है। इसके लिए शासन और पुलिस विभाग कार्ययोजना तैयार कर चुका है। वहीं मेट्रो डिपो तथा स्टेशनों की सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए निजी सुरक्षा एजेंसी की मदद ली जाएगी। ये क्विक रिस्पांस टीम कुछ ही मिनटों में घटना स्थल पर पहुंचेगी।
मेट्रो में भी होगी निगरानी
सुरक्षा मेट्रो स्टेशन के साथ साथ वही इसके साथ हर कोच में चार सीसीटीवी कैमरे और चार स्मोक डिटेक्टर्स भी लगाए जाएंगे। टॉक बैक दबाने के बाद कॉल रिकॉर्ड होगी और ड्राइवर के साथ कंट्रोल रूम पर भी सूचना जाएगी।
सुरक्षा मेट्रो स्टेशन के साथ साथ वही इसके साथ हर कोच में चार सीसीटीवी कैमरे और चार स्मोक डिटेक्टर्स भी लगाए जाएंगे। टॉक बैक दबाने के बाद कॉल रिकॉर्ड होगी और ड्राइवर के साथ कंट्रोल रूम पर भी सूचना जाएगी।
डीजीपी सुलखान सिंह कहा कि लखनऊ वासियों के लिए मेट्रो पूरी तरह सुरक्षित होगी। लखनऊ मेट्रो दिल्ली मेट्रो से अधिक सुरक्षित होगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतज़ाम किये गए हैं। प्रदेश पुलिस का पूरा सहयोग मेट्रो को मिलेगा।
एलएमआरसी एमडी कुमार केशव ने कहा कि पुलिस के आला अधिकारियों ने मेट्रो में सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया है। 5 तारीख को सुरक्षा के मद्देनज़र ज़रुरत पड़ने पर कुछ बदलाव किये जा सकते हैं। 6 सितम्बर से जनता सुरक्षित माहौल में लखनऊ मेट्रो के सफर का लुफ्त उठा सकते हैं।
Hindi News / Lucknow / Lucknow Metro News : लखनऊ मेट्रो के सबसे पहले यात्री होंगे सीएम योगी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह