लखनऊ. Mayawati Attack Akhilesh यूपी विधानसभा चुनाव 2022 दिनोंदिन करीब आ रहा है। सूबे की राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ गई है। कहीं बगावत कहीं निलम्बन तो कहीं पार्टी को मजबूत करने की तैयारियां चल रही है। मंगलवार को बसपा के पांच बागी विधायकों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात की। बस उसके बाद यूपी का सियासी माहौल गर्मा गया। बौखलाई बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बुधवार सुबह समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। कहाकि, घृणित जोड़तोड़, द्वेष व जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं घोर छलावा।
अखिलेश यादव व राहुल गांधी पर यूपी भाजपा अध्यक्ष ने साधा निशाना, राम के काज में कोई बाधा बर्दाश्त नहीं सपा की पोल खोली :- बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को अपने ट्विट पर सपा की पोल खोलते हुए लिखा कि, इन विधायकों को काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आरोप में बीएसपी से निलम्बित किया जा चुका है।
सपा में बगावत व फूट पड़ेगी :- मायावती ने कहाकि, सपा अगर इन निलम्बित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती। क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत व फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे हैं।
हमेशा ही दलित-विरोधी रही है सपा :- समाजवादी पार्टी को आइना दिखाते हुए मायावती ने कहाकि, जगजाहिर तौर पर सपा का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है, जिसमें थोड़ा भी सुधार के लिए वह कतई तैयार नहीं। इसी कारण सपा सरकार में बीएसपी सरकार के जनहित के कामों को बन्द किया व खासकर भदोई को नया संत रविदास नगर जिला बनाने को भी बदल डाला, जो अति-निन्दनीय।
सपा का था नया नाटक :- मायावती ने कहाकि, वैसे बीएसपी के निलम्बित विधायकों से मिलने आदि का मीडिया में प्रचारित करने के लिए कल किया गया सपा का यह नया नाटक यूपी में पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनाव के लिए की गई पैंतरेबाजी ज्यादा लगती है। यूपी में बीएसपी जन आकांक्षाओं की पार्टी बनकर उभरी है जो जारी रहेगा
नया दल बनाने की दावा :- श्रावस्ती के विधायक असलम राईनी की अगुआई में मंगलवार को बसपा विधायक दल अखिलेश यादव से मिलने गया था। राईनी का दावा किया कि जल्द ही वे बसपा से हाल ही में निष्कासित किए गए लालजी वर्मा के नेतृत्व में नया दल बनाएंगे।