पश्चिमी यूपी के तराई क्षेत्रों में भारी पाले का अलर्ट, पाले से फसलों को होने वाले नुकसान से ऐसे बचाव करें लाइट हाउस प्रोजेक्ट क्या है? :- लाइट हाउस प्रोजेक्ट क्या है? गरीब व मध्यम वर्ग के लिए घर बनाने के लिए नई टेक्नोलॉजी को लाइट हाउस प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है। लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें खास तकनीक का प्रयोग से सस्ते और टिकाउ फ्लैट बनाए जाते हैं। इसमें फैक्टरी से ही बीम-कॉलम और पैनल पहले से ही तैयार कर लिया जाता है। जिससे इस इस तरह के फ्लैट तैयार होने में जहां लागत कम आती है वहीं यह कम समय में पूरा हो जाता है। इस योजना में बने मकान भूकंपरोधी होते हैं।
लाइट हाउस प्रोजेक्ट में फ्लैट की कीमत और एरिया :- लाइट हाउस प्रोजेक्ट में फ्लैट का पूरा कारपेट एरिया 34.50 वर्ग मीटर में होगा। इसके तहत 14 मंजिला टावर बनाए जाएंगे। जिसमें कुल 1,040 फ्लैट होंगे। हर फ्लैट 415 वर्ग फुट का होगा। अगर लाइट हाउस प्रोजेक्ट में एक फ्लैट की कीमत पर बात करें तो वह 4.76 लाख रुपए है। पर इन फ्लैट की कुल लागत करीब 12.59 लाख रुपए आ रही है। जिसमें केंद्र और उत्तर सरकार की तरफ से 7.83 लाख रुपए अनुदान दिया जा रहा है। फ्लैट का आवंटन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अनुसार होगा।
अवध विहार में बनेगा लाइट हाउस प्रोजेक्ट :- यूपी के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि, लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लिए लखनऊ शहीद पथ स्थित अवध विहार योजना का चयन किया गया है। अवध विहार सेक्टर-पांच में भूखंड संख्या जी-एच-4 की दो हेक्टेयर भूमि पर इसका निर्माण होगा। इस योजना को पूरा होने में करीब एक साल का वक्त लगेगा। वर्ष 2022 में इसे आंवटितों को सौंपा जाएगा। लखनऊ में लाइट हाउस प्रोजेक्ट पर करीब 131 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत छह शहरों का चयन :- यह योजना केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने वर्ष 2017 में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया (GHTC) के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था। इसके लिए अगरतला (त्रिपुरा), रांची (झारखंड), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), इंदौर (मध्य प्रदेश), राजकोट (गुजरात) और चेन्नई (तमिलनाडु) शहरों का चयन किया गया।