लखनऊ विकास प्राधिकरण की कई योजनाओं में लगभग 3000 फ्लैट खाली पड़े हैं। वर्ष 2018 में इन फ्लैट की कीमतें भी कम की गई पर फ्लैट के लिए ग्राहक ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। यह ही वजह है कि एलडीए अब अपने खाली जमीनों पर एलआईजी, एमआईजी तथा अन्य श्रेणी के मकान नहीं बनाएगा।
अब भूखंड बेचेंगे एलडीए :- एलडीए बसंत कुंज योजना में 800 वर्ग फुट एलआईजी मकानों की कीमत करीब 30 लाख रुपए आ रही थी। एलडीए प्रशासन को कीमत अधिक लग रही थी। वर्तमान बिक्री की स्थिति को देखते हुए एलडीए ने अब यहां भी मकान बनाने का प्रस्ताव स्थगित कर दिया है। एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने चार अगस्त को आदेश जारी कर कहाकि, इन प्रस्तावित मकानों की जगह भूखंड सृजित किया जाए क्योंकि भूखंड के खरीदार ज्यादा हैं।
चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई :- नए प्लॉट विकसित करने के लिए एलडीए सचिव ने चार सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसमें प्राधिकरण के मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह, मुख्य नगर नियोजक नितिन मित्तल, प्रभारी अधिकारी अर्जन तथा संबंधित संपत्ति अधिकारी को रखा गया है।
लखनऊ में एक से अधिक मकान, प्लाट और फ्लैट है तो हो जाइए सावधान, एलडीए करेगा कार्रवाई प्लॉट विकसित कर बेचा जाएगा :- एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि मकान बनाने से कोई फायदा नहीं है। लागत ज्यादा आ रही है इसीलिए प्लॉट विकसित कर बेचा जाएगा। वसंत कुंज से इसकी शुरुआत की जा रही है। इसके लिए कमेटी बना दी गई है।