Lucknow Hmpv Case: लखनऊ का पहला एचएमपीवी मामला: महिला की इलाज के दौरान मौत
कैसे शुरू हुआ मामला: HMPV के संक्रमण की आशंका
8 जनवरी को उषा शर्मा को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले, उन्हें 5 जनवरी को अपोलो अस्पताल में सांस की समस्या के इलाज के लिए भर्ती किया गया था। अपोलो अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्होंने चरक डायग्नोस्टिक सेंटर में HMPV की जांच कराई, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई। चरक डायग्नोस्टिक सेंटर की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें केजीएमयू रेफर किया गया और अंततः बलरामपुर अस्पताल में भर्ती किया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य में कई जटिलताएं पाईं।इलाज और HMPV की पुष्टि का विवाद
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश ने महिला के केस को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने बताया कि महिला को निमोनाइटिस, किडनी रोग, हाइपरटेंशन और पुरानी टीबी जैसी गंभीर बीमारियां थीं।HMPV को लेकर संदेह के चलते सैंपल को केजीएमयू भेजा गया। 9 जनवरी को केजीएमयू की रिपोर्ट में HMPV निगेटिव पाया गया। महिला का इलाज जारी रखा गया, लेकिन 13 जनवरी को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें झटके और उल्टियां होने लगीं। आईसीयू में भर्ती किए जाने के बावजूद, दोपहर 12 बजे उनकी मृत्यु हो गई।कम प्रतिरोधक क्षमता के बावजूद महिला ने गंभीर संक्रमण को हराया, जुझारू जीत की मिसाल
HMPV संक्रमण: क्या है यह बीमारी?
HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस) एक वायरल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:- सर्दी-जुकाम
- खांसी
- सांस लेने में तकलीफ
- डॉ. सुशील प्रकाश ने बताया कि HMPV आमतौर पर 7 दिनों में ठीक हो जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह संक्रमण सामान्य वायरल बीमारियों जैसा ही है।
डॉक्टरों का बयान: महिला की मौत का असली कारण
डॉ. सुशील प्रकाश के अनुसार, महिला की मौत HMPV से नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मरीज को पहले से ही कई गंभीर बीमारियां थीं।HMPV संक्रमण उनकी मौत का कारण नहीं हो सकता, क्योंकि केजीएमयू की रिपोर्ट में यह वायरस निगेटिव पाया गया।महिला की स्थिति कमजोर थी, और अन्य बीमारियों ने उनकी मौत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।विशेषज्ञों की सलाह: प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखें
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HMPV से बचाव के लिए डॉक्टरों ने कुछ सुझाव दिए हैं:
- ठंड और धूल से बचें।
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
HMPV संक्रमण के संदर्भ में यह मामला इसलिए चर्चा में आया क्योंकि शुरुआती रिपोर्ट में इसे मौत का कारण माना गया था। हालांकि, विस्तृत जांच और डॉक्टरों की राय से यह स्पष्ट हो गया कि उनकी मौत अन्य गंभीर बीमारियों की वजह से हुई है।
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घबराने की जरूरत नहींडॉक्टरों ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि HMPV संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य वायरल संक्रमण है, जो समय पर इलाज और मजबूत प्रतिरक्षा के साथ ठीक हो सकता है। महिला की मौत के पीछे अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं, न कि HMPV।