ये भी पढ़ें- कोरोना काल में यूपी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, आरबीआई की 9 कसौटियों में से 8 पर खरा उतरा राज्य डीएम ने की कार्रवाई- लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने क्षेत्रीय अधिकारी आरके सिंह की सैलरी तत्काल प्रभाव से रोकते हुए उनसे तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। जिलाधिकारी ने पूछा है कि आखिर बढ़ते प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस कार्यवाही क्यों नहीं की गई। बार-बार निर्देशित करने के बावजूद प्रदूषण पर नियत्रंण करने के लिए बैठकों में लिए गए निर्णयों पर भी कोई एक्शनक्यों नहीं लिया गया। साथ ही फील्ड विजिट भी नहीं की गई। डीएम ने जारी पत्र में कहा कि यदि जवाब नहीं आया तो आपको कुछ नहीं कहना है। आपके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही होगी।
मुरादाबाद दूसरे स्थान पर- प्रदूषण के मामले में सबसे आगे हरियाणा का फतेहाबाद है। वहीं दूसरे स्थान पर यूपी का मुरादाबाद है। लखनऊ में बीते 48 घंटे में एक्यूआइ 447 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। राजधानी के तालकटोरा, अलीगंज व लालबाग इलाकों की हवा सबसे ज्यादा जहरीली हो चली है।