सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन प्रदेश के प्रत्येक तहसील स्तर पर किया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित निवारण करना है। मलिहाबाद तहसील में आयोजित इस समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने व्यक्तिगत रूप से जनसुनवाई की। समाधान दिवस के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, उन्होंने जनसमस्याओं का समाधान किया। जिलाधिकारी विशाख जी ने इस अवसर पर नागरिकों से उनकी समस्याओं के बारे में सीधे संवाद किया और उनकी शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने का निर्देश दिया।
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जिलाधिकारी के निर्देशजिलाधिकारी विशाख जी ने इस अवसर पर सभी विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे पिछली शिकायतों का पूरा सत्यापन करें। जिलाधिकारी के अनुसार, समाधान दिवस में आए सभी प्रकरणों का तत्काल और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी मामले का निस्तारण पहले हो चुका है, तो उसे शिकायतकर्ताओं से कॉल करके सत्यापित किया जाए। इसके अलावा, अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लेकर यह सुनिश्चित करें कि समस्या का समाधान संतोषजनक तरीके से हुआ है या नहीं।
समाधान दिवस के बाद जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे पिछले समाधान दिवसों के मामलों का सत्यापन करें। इसके लिए अधिकारियों को शिकायतकर्ताओं से कॉल करके यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि उनकी समस्या का समाधान सही तरीके से हुआ है या नहीं। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे प्रशासन की पारदर्शिता बढ़ेगी और जनता का विश्वास प्रशासन पर मजबूत होगा।
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जनता की सहभागिता और प्रशासन का जवाबदारीसम्पूर्ण समाधान दिवस में जनता की सक्रिय भागीदारी रही, और कई शिकायतकर्ताओं ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन का धन्यवाद किया। जिलाधिकारी ने इस दौरान यह भी कहा कि प्रशासन की जवाबदारी केवल शिकायतों के समाधान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि समाधान से संबंधित प्रक्रिया पारदर्शी और प्रभावी हो।
इस समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि सभी प्रकरणों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका मानना है कि प्रशासन का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित और सही समाधान करना है, ताकि नागरिकों को उनकी समस्याओं के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़े।
सम्पूर्ण समाधान दिवस की प्रक्रिया में अधिकारियों की सक्रियता और जनता की सहभागिता ने इस दिन को सफल बनाया। जिलाधिकारी के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए विभागों ने शिकायतों का समाधान किया और शिकायतकर्ताओं से फीडबैक प्राप्त किया। इसके परिणामस्वरूप, समाधान दिवस ने न केवल जनता को राहत दी, बल्कि प्रशासन की कार्यक्षमता में भी सुधार किया। सम्पूर्ण समाधान दिवस की प्रक्रिया ने यह सिद्ध कर दिया कि सरकार और प्रशासन के बीच सही संवाद और पारदर्शिता से जनता की समस्याओं का प्रभावी समाधान किया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी दिखाया गया कि अच्छे प्रशासन से जनता का विश्वास मजबूत होता है, और प्रशासन की जवाबदेही बढ़ती है।
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आगे की योजनाजिलाधिकारी ने कहा कि आगामी समाधान दिवस में और भी सुधार किए जाएंगे। भविष्य में जनसुनवाई को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन कई नई योजनाओं पर विचार कर रहा है। इसके अलावा, जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि विभागों को जिम्मेदार ठहराने के लिए नियमित सत्यापन और फीडबैक प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा।