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मामले की शुरुआत
रविवार को सआदतगंज की एक महिला अपनी बेटी के साथ थाने पहुंची और कबाड़ी पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया। महिला ने बताया कि उसने अपनी बेटी को सोमवार शाम को कबाड़ी की दुकान पर भेजा था, जहां आरोपी ने उसकी बेटी से दुष्कर्म करने का प्रयास किया। महिला के अनुसार जब बेटी ने चिल्ला कर विरोध किया, तो आरोपित ने उसे जान से मारने की धमकी दी। महिला की तहरीर पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और कबाड़ी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।पुलिस जांच में सामने आई पुरानी रंजिश
इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पड़ोसियों और महिला के रिश्तेदारों से पूछताछ की। इस पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि महिला और कबाड़ी के बीच पहले से ही रंजिश थी। दो साल पहले महिला ने अपनी बहन के साथ विवाद के चलते उसकी बहन का कान काट लिया था, जिसके बाद कबाड़ी ने महिला और तीन अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों ने आपसी समझौता कर लिया था। यह भी पढ़ें
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इसके बाद पुलिस ने यह भी जाना कि महिला के खिलाफ कोर्ट से सम्मन जारी हुआ था, और महिला को यह संदेह था कि कबाड़ी ने ही यह सम्मन जारी कराया है। इस बात से नाराज महिला ने अपने गुस्से को शांत करने के लिए कबाड़ी पर झूठा आरोप लगाने की साजिश रची थी।महिला ने थाने से भागकर साजिश का खुलासा किया
जब पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि महिला ने जानबूझकर कबाड़ी पर झूठा आरोप लगाया था, तो महिला ने थाने से भागने की कोशिश की। पुलिस के लिए यह स्थिति और भी जटिल हो गई, क्योंकि महिला ने अचानक से अपने बयान को बदलते हुए थाने से भागने का प्रयास किया। अब पुलिस महिला की तलाश कर रही है और उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश
यह घटना समाज में कुछ लोगों की मानसिकता को उजागर करती है, जो बिना किसी सच्चाई के निर्दोष लोगों को फंसा देते हैं। समाज में इस तरह के आरोपों से सावधान रहने की आवश्यकता है, खासकर जब मामला पुरानी रंजिश का हो। महिलाओं को इस प्रकार की झूठी साजिशों से बचने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए, ताकि समाज में शांति और न्याय बना रहे। साथ ही, हमें यह समझना चाहिए कि किसी पर भी झूठे आरोप लगाने से न सिर्फ उस व्यक्ति की इज्जत को नुकसान पहुंचता है, बल्कि पूरे समाज में अविश्वास भी फैलता है। यह भी पढ़ें