उर्दू शब्दों को लेकर उनके मन में नफरत क्यों :- अखिलेश यादव को भाषा के बारे में बताते हुए कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहाकि, अब्बा एक मीठा और अच्छा शब्द है। अखिलेश यादव अपने पिता को डैडी बोल सकते हैं जो अंग्रेजी शब्द है। उर्दू शब्दों को लेकर उनके मन में नफरत क्यों आ गई है। अखिलेश यादव को ये बताना चाहिए।
अखिलेश को शब्द की समझ नहीं :- सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहाकि, ड्राइंग रूम में बैठकर ट्वीट करने वालों को अब भाषा में भी दोष नजर आने लगा है। असल में उन्हें शब्द की समझ नहीं है। बिना सोचे-समझे कुछ भी बोलने वालों के मुंह से भाषा में संतुलन की बात हजम नहीं होती है। भाजपा की बढ़ती ताकत और जनाधार समाजवादी पार्टी को रास नहीं आ रहा है। वो सहमे हुए हैं इसलिए आदरसूचक और सम्मानजन शब्दों की पहचान करना भूल गए हैं।
सीएम योगी के अब्बाजान बयान पर भड़के अखिलेश :- इससे पूर्व शनिवार को सीएम योगी के अब्बाजान के बयान पर नाराज समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी को नसीहत देते हुए कहाकि, मुख्यमंत्री योगी को अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए। हमारे और उनके बीच सियासत के मुद्दों पर विरोध हो सकता है पर अगर वह हमारे पिता के बारे में कुछ कहेंगे तो फिर हम भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे और उन्हें अपने पिता के बारे में भी सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए।
अपनी भाषा शैली पर ध्यान देना चाहिए : शिवपाल सिंह यादव अब्बा मामले पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने सीएम योगी का नाम लिए बिना कहाकि, किसी भी दल को अपनी भाषा शैली पर ध्यान देना चाहिए। कोई भी राजनीतिक दल हो, उसके मुख से ऐसे सम्मानजनक शब्द निकलने चाहिए, जिसे समाज के लोग पसंद करें, उन्हें आदर्श मानें।राजनीतिक शख्सियत के मुख से निकली हुई बात सब लोग सुनते व मानते हैं। हमें भाषा व धर्म का ख्याल रखना चाहिए। जो भी बातें हों, वह जाति व धर्म से उठकर करनी चाहिए। शिवपाल रविवार को फिरोजाबाद में एक शोकसभा में शामिल होने पहुंचे थे।
योगी का अखिलेश पर तंज :- दरअसल में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहाकि, उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) कहते थे कि वहां (अयोध्या में) परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे, लेकिन अब वहां राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है।