केरल हाईकोर्ट ने भी दिया था निर्देश :- दरअसल केरल हाईकोर्ट की ओर से पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद पेट्रोल, डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने पर विचार किया जा रहा है। शुक्रवार को लखनऊ में होने वाली 45वीं जीएसटी परिषद की बैठक में एक देश और एक दर के तहत पेट्रोलियम उत्पादों पर कर लगाने पर चर्चा होगी।
फॉर्मूला तैयार कर सकती है :- पेट्रोल डीज़ल की कीमतों को कम करने के लिए केंद्र सरकार 50:50 रेशियो पर फॉर्मूला तैयार कर आम जनता को राहत दे सकती है। इस बैठक में राज्यों से अपील की जाएगी कि वो वैट घटाएं और केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी। जिससे पेट्रोल डीज़ल की कीमतों में 6-8 रुपए प्रति लीटर कमी आ सके। पर विशेषज्ञ कहते हैं कि, पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना थोड़ा मुश्किल है। असल में पेट्रोल-डीजल की कीमत में आधे से ज्यादा हिस्सा केंद्र और राज्य के टैक्स का ही होता है।
घटकर 60 रुपए लीटर हो जाएगा :- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्च 2021 में कहा था कि, अगर जीएसटी कौंसिल में प्रस्ताव आया तो वह पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर चर्चा करने को तैयार हैं। कई जानकारों का कहना है कि अगर जीएसटी कौंसिल में इस पर आम राय बनती है तो पेट्रोल एक झटके में घटकर 60 रुपए लीटर से नीचे आ सकता है।
पैनल कुछ पक्षधर तो कुछ विरोधी :- पर जीएसटी प्रणाली में किसी भी बदलाव के लिए पैनल के तीन-चौथाई लोगों की मंजूरी जरूरी है। इस पैनल में कुछ पक्षधर हैं तो कुछ विरोधी। तो चर्चा गरमागरम होने वाली है।
Petrol Diesel Price Today : पेट्रोल डीजल की कीमतें स्थिर, जानें लखनऊ में आज का रेट लखनऊ में जीएसटी बैठक – उत्तर प्रदेश वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि जीएसटी परिषद की 45वीं बैठक 17 सितंबर को पूर्वाह्न 11 बजे से लखनऊ में आयोजित की जाएगी। इस बैठक केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी एवं देश के सभी राज्यों की ओर से जीएसटी परिषद के सदस्य के रूप में नामित मंत्री गण हिस्सा लेंगे