पहली मुलाकात में हुई दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलती चली गई। विशाल बनकर धोखा देने वाले ताबिश असगर ने 22 फरवरी 2023 को हिन्दू रीतिरिवाज से गाजियाबाद एक बैंक्वेट हॉल में कारोबारी की बेटी संग शादी भी कर ली। इस शादी में ताबिश असगर का भाई वसीम अख्तर भी शामिल हुआ था, जिसने युवती के परिजनों को अपना नाम वासु राणा बताया था। युवती की लवमैरिज में उसके माता-पिता और रिश्तेदार सभी शामिल हुए थे।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के 3 महीने बाद विशाल ने युवती से कोर्ट मैरिज करने लिए कहा। इस पर युवती विशाल के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट गई। वहां डॉक्यूमेंट पर सिग्नेचर करने के दौरान युवती को पता चला कि विशाल का असली नाम ताबिश असरार है, जो अमरोहा के गुला तालाब मोहल्ले का रहने वाला है।
पुलिस जांच से पहले ही लौटा घर
इसके बाद ताबिश से युवती ने इस बारे में पूछा, तो उसने डांटकर चुप करा दिया। युवती का आरोप है कि ताबिश उस पर इस्लाम कबूल करने के दबाव बनाने लगा। इनकार करने पर जान से मारने देता था। फरवरी, 2024 में युवती प्रेग्नेंट हुई तो ताबिश ने जबरन गर्भपात भी करवा दिया। इससे परेशान होकर युवती मायके में रहने लगी। थोड़े दिन बाद ताबिश मायके कर मुझे वापस नोएडा ले आया। कुछ दिन अच्छे से रहा। इसके बाद फिर से इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा। परेशान होकर युवती ने पुलिस से शिकायत करने की बात कही तो फरार हो गया। इस पर युवती ने नोएडा पुलिस में ताबिश की गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस की जांच शुरू होने से पहले ही वह लौट आया।
पहाड़ों से दिया धक्का
युवती का आरोप है कि 18 नवंबर, 2024 को ताबिश उत्तराखंड के रामनगर घुमाने ले गया। यहां पहाड़ों से धक्का दिया, लेकिन मैं बच गई। इसके बाद मेरी उसके साथ हाथापाई हो गई। वहां से वह अकेले ही नोएडा आ गई। ताबिश ने हाथ-पैर जोड़कर फिर से मुझे मना लिया। लेकिन वह सुधरा नहीं और प्रताड़ित करने लगा। इससे परेशान होकर मैंने 3 दिसंबर को ताबिश के खिलाफ नोएडा के थाना सेक्टर-113 में शिकायत दर्ज करवाई। अगले ही दिन 4 दिंसबर को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लेकिन इसका खुलासा पुलिस ने रविवार शाम को किया। वहीं, आरोपी की एक फोटो सामने आई है, जिसमें वह भाजपा के बड़े नेता के साथ दिख रहा है। पुलिस ने ताबिश के खिलाफ धारा 323, 313, 506 और धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया है।