ये भी पढ़ें- Ayodhya Verdict के बाद यूपी में बदलेंगे सियारी समीकरण, भाजपा को फायदा, सपा-कांग्रेस की रणनीति ठाकुर जी के सिलेंगे कपड़े- शंकर और उनके बड़े भाई भागवत, दोनों ही इसे “भगवान राम का आशीर्वाद” मानते हैं क्योंकि वे छोटे से कमरे में देवताओं और पवित्र पुरुषों के लिए विशेष रूप से कपड़े सिलाई करके कमाई करते हैं। उनकी दुकान देवी-देवताओं के चित्रों और पोस्टरों से सजी हुई है। वे कहते हैं कि इस ऐतिहासिक फैसले के बाद यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भगवान राम हमारे द्वारा बनाए गए इन कपड़ों को पहनेंगे। हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमें भी मंदिर में जगह मिल जाएगी और अपने पिता की तरह ही हमें भी मंदिर में बैठकर ठाकुर जी (भगवान राम) के लिए कपड़े सिलने का मौका मिलेगा।
ये भी पढ़ें- अयोध्या पर फैसले के बाद यहां ठप की गईं इन्टरनेट सेवाएं, बढ़ाई गई सुरक्षा हफ्ते का सातों दिन अलग-अलग रंग के होंगे कपड़े- अनुष्ठान के अनुसार, भगवान राम सप्ताह के विभिन्न दिनों में अलग-अलग रंग के कपड़े पहनते हैं। सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को नारंगी, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीला तो रविवार को राम लल गुलाबी रंग के कपड़े पहनेंगे। हालांकि, रविवार के समारोहों के लिए यह नियम तोड़ा भी सकता है। उनका कहना है कि कपड़े गुलाबी के बजाय नारंगी होंगे क्योंकि यह हम सभी के लिए शुभ दिन और अवसर होता है। अभी राम लल्ला के लिए हरे रंग के कपड़े तैयार हैं, जो प्रभु को बुधवार को पहनाए जाएंगे।
इसी परिवार के पास है राम लला की सटीक माप- दर्जी व्यवसाय में यह चौथी पीढ़ी है। दोनों भाइयों को याद है कि कैसे उनके पिता बाबू लाल राम लला के कपड़े सिलने के लिए सिलाई मशीन को रामजन्मभूमि परिसर में ले जाते थे। दिलचस्प बात यह है कि राम लला के सटीक माप की जानकारी केवल इसी परिवार को है जो दशकों से देवता के लिए कपड़े बना रहे हैं।