डीजीपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 81 मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए गए हैं। सभी जिलों में धारा 144 लागू की गई है। कहीं भी किसी प्रत्याशी को विजय जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। डीजीपी ने कहा “सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेश भी फैलाए जा रहे हैं। कुछ लोग मतगणना केंद्र पर बड़ी संख्या में लोगों को जुटाने के प्रयास में हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता प्रमाण हैं। कहीं भी अशांति होने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। समय आने पर पुलिस उनके नाम भी उजागर करेगी।”
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डीजीपी ने बताया कि मतगणना स्थलों में पहले (भीतरी) घेरे में केंद्रीय पुलिस बल, दूसरे (मध्य) घेरे में पीएसी व तीसरे (बाहरी) घेरे में जिला पुलिस मुस्तैद रहेगी। सभी मतगणना स्थलों पर महिलाओं की चेकिंग महिला पुलिसकर्मी ही करेंगी। इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस और यूपी 112 की पीआरवी की तैनाती रहेगी। विशेष स्थानों पर दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ भी पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में सातों चरणों का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ है। इसके साथ ही चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप मतगणना के दौरान कहीं भी किसी प्रकार की गड़बड़ी करने अथवा शांति-व्यवस्था भंग करने का प्रयास करने वालों से पुलिस पूरी सख्ती से निपटेगी।
सोशल मीडिया सेल को किया गया सक्रिय, भारी फोर्स लगाया
सोशल मीडिया सेल भी सक्रिय है। मतगणना स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था में 160 एसपी व एएसपी, 476 पुलिस उपाधीक्षक, 2,248 निरीक्षक, 20,876 मुख्य आरक्षी, 50,697 आरक्षी, 6,149 होमगार्ड, 102 कंपनी पीएसी व 145 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल लगाया गया है। मतगणना केंद्रों के साथ ही आसपास के मार्गों पर भी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। गृह विभाग व डीजीपी मुख्यालय के कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी जिलों में चल रही गतिविधियों की निगरानी की जा रही है।