छात्रवृत्ति की वेबसाइट को आधार की वेबसाइट से जोड़ा जाएगा। इसका मतलब है कि छात्रवृत्ति की वेबसाइट पर आवेदन करने के लिए जैसे ही संबंधित छात्र आधार नंबर भरेंगे वैसे ही आधार की वेबसाइट से उस नंबर की प्रमाणिकता की जांच हो जाएगी। आधार नंबर प्रमाणिक होने पर ही छात्र आवेदन पत्र भर सकेंगे। वर्तमान में छात्रवृत्ति के लिए आवेदन में छात्रों को बैंक खाता संख्या, शाखा का नाम व आइएफएस कोड आदि विवरण भरना होता है। इस कारण कई बार कॉलेज प्रबंधन छात्रवृत्ति में खेल कर जाते हैं। सारा विवरण छात्र-छात्राओं का और एकाउंट नंबर मिलते-जुलते नाम वाले किसी दूसरे का दे देने जैसी शिकायतें कई बार आ चुकी हैं। इसी समस्या को देखते हुए सरकार अब छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांग रही है।
समाज कल्याण विभाग ने दिए निर्देश समाज कल्याण विभाग ने सभी छात्र-छात्राओं से अपने बैंक खाते आधार से जुड़वाने के निर्देश दिए हैं। विभाग ने कहा है कि अगर किसी छात्र के आधार में किसी भी प्रकार की गलती है तो उसे पहले ठीक करा लें। इसके बगैर छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं किया जाएगा।