लखनऊ. अगर आप भी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस और स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को तेज करने की दिशा में बड़ा ऐलान किया है। परिवहन कार्यालयों में अब हर दिन 300 लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन टेस्ट कराए जाएंगे, वहीं स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए रोजाना 225 आवेदकों की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। फिलहाल, यह व्यवस्था लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा के परिवहन कार्यालयों में शुरू की गई है। कोरोना संकट के दौरान ड्राइविंग लाइसेंस बनने की सभी प्रक्रिया रोक दी गई थी। अनलॉक में लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया तो शुरू हुई, लेकिन रफ्तार धीमी रही। अब एक फिर से डीएल बनवाने की प्रक्रिया को तेज करने की कोशिश की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि जनहित गारंटी अधिनियम के तहत उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग की 24 सेवाएं शामिल की गई हैं। ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर वाहनों व कॉमर्शियल वाहनों के पंजीकरण की नई व्यवस्था लागू हो गई है। इसके तहत डीलरों के सामने अब वाहनों के पंजीयन के लिए मूल दस्तावेज आरटीओ ऑफिस तक पहुंचाने की बाध्यता नहीं होगी। डीलर्स अब वाहनों से संबंधित दस्तावेज ऑनलाइन ही परिवहन कार्यलयों में भेज सकेंगे। सत्यापित होने के बाद उन्हें वाहनों का पंजीकरण नंबर मिल जाएगा।