थाईलैंडवासीयों को इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश के छह प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों की जानकारी दी जा रही है।
पवेलियन में आने वालों को कुशीनगर, सारनाथ, श्रावस्ती, कपिलवस्तु, संकिसा और कौशांबी तीर्थ से जुड़ी जानकारी पुस्तक, यात्रा वृतांत और स्टॉल आदि के माध्यम से प्रदान की जा रही है।
कार्यक्रम उद्घाटन के अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि हम उस देश के वासी हैं, जहां भगवान बुद्ध का अवतरण हुआ जिन्होंने विश्व को शांति और अहिंसा की राह दिखाई है।
उनकी इसी राह पर चलकर विश्व में शांति स्थापित हो सकती है।
मैं ऐसे प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जहां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया तो वहीं भगवान बुद्ध ने इसी पावन धरती को तप, उपदेश और परिनिर्वाण के लिए चुना।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में पर्यटन का तेजी से विकास हो रहा है। इसके लिए सरकार निजी निवेशकों को भरपूर और अच्छा अवसर उपलब्ध करा रही है।
बौद्ध तीर्थ स्थलों में आधुनिक सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने कपिलवस्तु, सारनाथ, श्रावस्ती, कौशांबी, कुशीनगर,संकिसा और देवदह में बड़े पैमाने पर पर्यटन विकास कार्य किए जा रहे हैं।
इन तीर्थों पर हेलीपोर्ट समेत अन्य मूलभूत पर्यटन सुविधाओं और पर्यटन गेस्ट हाउस परियोजनाओं के विकास में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी पीपीपी अवसरों के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है दुनियाभर से बौद्ध श्रद्धालु उत्तर प्रदेश आएं और भगवान बुद्ध से जुड़े सभी पावन स्थलों के साथ ही अयोध्या, काशी समेत अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण करें।पर्यटन व संस्कृति विभाग का प्रतिनिधित्सव कर रहे प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने थाईलैंडवासियों को उत्तर प्रदेश आने और प्रमुख बौद्ध स्थलों के दर्शन को आमंत्रित किया।
Ritesh Singh
रितेश सिंह पत्रिका डिजिटल टीम की ग्राउंड टीम की सदस्य हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ से नियमित राजनीति, क्राइम, वुमेन से जुड़े विषयों की रिपोर्टिंग कर रही हैं।