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कुंभ मेला प्रशासन बाढ़ के पानी घटने के साथ ही अब अस्थायी कार्यों में तेजी लाकर कुंभ क्षेत्र के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे रहा है। कुंभ के इस ऐतिहासिक आयोजन में सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ-साथ इसकी भव्यता को निखारने के लिए इन गेट्स का निर्माण किया जाएगा, जो न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होंगे, बल्कि प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाएंगे।समुद्र मंथन के 14 रत्नों पर आधारित होंगे थीमैटिक गेट्स
कुंभ मेला क्षेत्र में बनने वाले 30 अस्थायी थीमैटिक गेट्स का निर्माण पौराणिक मूर्ति विज्ञान पर आधारित होगा, जिसमें समुद्र मंथन के 14 रत्नों का चयन किया गया है। ये गेट्स न सिर्फ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के स्वागत का प्रतीक होंगे, बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी दर्शाएंगे। यह भी पढ़ें
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प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के अनुसार बाढ़ की वजह से इन गेट्स के निर्माण का कार्य रुका हुआ था, लेकिन अब जलस्तर घटने के साथ ही यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) आमंत्रित किए गए हैं और अब तक 10 फर्मों से 600 डिज़ाइनों का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। इन डिज़ाइनों में से चयनित डिज़ाइनों के आधार पर वित्तीय निविदा की प्रक्रिया चल रही है।गेट्स में होगा विशेष प्रकाश व्यवस्था का ध्यान
इन गेट्स के निर्माण में विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि रात के समय यह गेट्स दूर से ही भव्य दिखाई दें। इसके लिए विशेष प्रकार की एलईडी और अन्य प्रकाश व्यवस्था की जाएगी, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक इन गेट्स को देखते ही आकर्षित हों। गेट्स के आसपास साइनजेज और मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थानों को भी प्रमुखता से सजाया जाएगा, ताकि यह गेट्स मेला क्षेत्र की दिशा-निर्देश का भी काम करें। यह भी पढ़ें
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मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थानों और चारों दिशाओं में इन गेट्स का निर्माण किया जाएगा, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां पर श्रद्धालुओं का आवागमन अधिक होता है। यह गेट्स धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्त्व को प्रकट करने के साथ ही महाकुंभ 2025 की भव्यता को चार चांद लगाएंगे।महाकुंभ के दौरान प्रयागराज को सजाया जा रहा है दुल्हन की तरह
महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर प्रयागराज को सुंदर और भव्य रूप में सजाने की पूरी तैयारी की जा रही है। महाकुंभ से पहले ही शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक पूरी तरह से धार्मिक आस्था के माहौल में खो जाएं। कुंभ क्षेत्र में 30 थीमैटिक गेट्स के साथ शहर के अन्य प्रमुख स्थानों पर भी भव्य सजावट की जाएगी। यह भी पढ़ें
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योगी सरकार का यह प्रयास है कि महाकुंभ 2025 एक ऐसा आयोजन बने, जो श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था और पर्यटन के साथ जुड़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा प्राप्त करे। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक प्रयागराज की भव्यता और धार्मिक धरोहरों से आकर्षित होकर इसका हिस्सा बनें।प्रमुख सजावट स्थल
.यूपीटी चौराहा-सीतापुर.रामघाट
.संगम क्षेत्र
.प्रमुख रेलवे स्टेशन
.प्रयागराज के प्रमुख मेला स्थल