कैसे हैक होता है व्हाट्सएप हैकर्स ओटीपी के जरिये आपके फोन में सेंध मारते हैं। एक बार ओटीपी मिलने के बाद वह आपका व्हाट्सएप किसी दूसरे डिवाइस पर चला रहे होते हैं। कई बार इसकी आपको भनक तक नहीं लगती। हैकर्स व्हाट्सएप का बैकअप रीस्टोर कर डाटा के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। व्हाट्सएप का क्यूआर कोड स्कैन किया जा सकता है। देश की कई एजेंसियों की जांच में यह बात सामने आई है कि व्हाट्सएप हैकिंग के पीछे जामताड़ा मॉडयूल भी शामिल है। ये लोग ओटीपी हासिल कर व्हाट्सएप डेटा का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
क्या है बचने का तरीका इस तरह के ओटीपी स्कैम से बचने का तरीका आपकी समझदारी है। जब तक आप व्हाट्सएप से ओटीपी नहीं मांगेंगे, तब तक कंपनी आपको ओटीपी जारी नहीं करेगी। ऐसे में अगर बिना रिक्वेस्ट किए ओटीपी नंबर जारी होता है, तो उसे तुरंत नजरअंदाज करें और मैसेज को डिलीट कर दें। इसे किसी से शेयर करने से भी बचें। आप टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन भी एक्टिवेट कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में व्हाट्सएप हैकिंग का ऐसा ही कुछ मामला पिछले वर्ष सितंबर में सामने आया था। शिवपुर थाना क्षेत्र निवासी एक महिला को ऑनलाइन शॉपिंग के बहाने जालसाज ने फोन किया। लुभाने ऑफर्स के बहाने व्हाट्सएप नंबर लिया और ओटीपी मांगने लगा। ओटीपी मिलते ही उसे अश्लील वीडियो के मैसेज आने लगे। वीडियो के जरिये जालसाज से उसे ब्लैकमेल किया और मोटी रकम मांगी।नहीं देने पर पिता, पति, समेत अन्य परिचितों को अश्लील वीडियो भेजा गया। पीड़िता के अनुसार हैकर द्वारा व्हाट्सएप हैक कर लिया गया।