आइआइटी कानपुर से किया था बीटेक दुर्गाशंकर मिश्र मऊ के पहाड़ीपुर खिरिया के रहने वाले हैं। मिश्र का जन्म चार दिसंबर, 1961 को हुआ। आइआइटी कानपुर से बीटेक करने के बाद डीएस मिश्र ने एमबीए डिग्री भी ली। वह 1984 बैच के आइएएस हैं। सबसे पहले नौकरी की शुरूआत 1985 में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के पद पर वाराणसी में हुई। वर्ष 1988 राजधानी लखनऊ में पहली बार तैनात हुए। जब गृह विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में तैनाती मिली।
डीपी मिश्र का लखनऊ कनेक्शन वर्ष 1990 में लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी बने। अपने कार्यकाल में सबसे पहले वर्ष 1993 सोनभद्र जिले के जिलाधिकारी बनाए गए। फिर कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सहित कई अहम पदों पर कार्य किया। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पहली बार वर्ष 2002 में जाने का मौका मिला। फिर लौट कर 2009 में उत्तर प्रदेश आए। और कर एवं पंजीयन विभाग के सचिव बनाए गए। वर्ष 2010 में वह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के रूप में पंचम तल पर पहुंच गए। फिर प्रमुख सचिव लघु सिंचाई और होमगार्ड विभाग के प्रमुख सचिव के विभागों में काम किया।
अचानक बना दिए गए यूपी के नए मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र 2012 से स्टडी लीव पर रहे। वर्ष 2014 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। खनन मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाए गए। फिर अपर सचिव बनाकर आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय में भेजा गया। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत योजना और स्मार्ट सिटी जैसी बड़ी परियोजनाओं की जिम्मेदारी निभाई। वर्ष 2017 में सचिव पद पर प्रोमोशन मिला। 31 दिसंबर 2021 को सेवानिवृत्त होने वाले थे, पर अचानक यूपी सरकार ने एक साल का सेवा विस्तार करते उन्हें यूपी का नया मुख्य सचिव बना दिया। केंद्र ने यूपी सरकार के प्रस्ताव पर मोहर लगा दी है।