लखनऊ

विधानसभा उपचुनाव: यहां दो बार भाजपा ने लहराया परचम, इस बार मिल रही प्रत्याशियों से कड़ी टक्कर

– 21 अक्टूबर को होना है मतदान
– प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है
– प्रत्याशियों की जीत के लिए राजनीतिक दलों ने लगाया एड़ी चोटी का जोर

लखनऊOct 13, 2019 / 02:51 pm

Karishma Lalwani

विधानसभा उपचुनाव: यहां हर बार भाजपा ने लहराया परचम, इस बार मिल रही प्रत्याशियों से कड़ी टक्कर

लखनऊ. लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के बाद उत्तर प्रदेश में खाली हुई 11 सीटों के लिए विधानसभा उपचुनाव (Vidhansabha Upchunav) होने हैं। प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशियों ने भी एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा सीटें खाली हुईं, जिन पर उपचुनाव होना है। इन 11 विधानसभा सीटों में से बलहा (बहराइच) पर भी उपचुनाव होना है। 21 अक्टूबर को मतदान और 24 को मतगणना होना है।
बहराइच जिले के अंतर्गत आने वाली बलहा (एससी) विधानसभा संख्या 282 है। बहराइच से बीजेपी (BJP)के अक्षयवर लाल सांसद हैं। यहां से उपचुनाव के लिए भाजपा ने सरोज सोनकर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस (Congress) ने मनु देवी, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से किरन भारती और बहुजन समाज पार्टी (BSP) से रमेश गौतम को टिकट दिया है।
प्रत्याशियों की संपत्ति

इससे पहले चुनाव आयोग को दिए गए ब्यौरे में भाजपा प्रत्याशी सरोज सोनकर ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया। नानपारा के मंझौवा भुलौरा निवासी सरोज सोनकर लखनऊ विश्वविद्यालय से परास्नातक हैं और अजीविका के लिए बुटीक चलाती हैं। उनके पास 1.71 एकड़ खेत समेत करीब 85 लाख की संपत्ति है, जबकि सोने के जेवरात की भी वह शौकीन हैं। लगभग 600 ग्राम सोने के जेवरात उनके पास हैं। उनके पति के पास एक स्कार्पियो और एसेंट गाड़ी है।
इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी मनु देवी के पास खैराहसन रतनापुर गांव में एक एकड़ से ज्यादा भूमि है। वह 15 लाख संपत्ति की मालकिन हैं। उनके पति अब्दुल कुद्दूस ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। वहीं, सपा प्रत्याशी किरन भारती गृहणी हैं। उनके पास सोने के 250 ग्राम और चांदी के 500 ग्राम जेवरात समेत करीब 69 लाख रुपये की संपत्ति है।
मोदी लहर में दर्ज हुई जीत

बलहा विधानसभा क्षेत्र पहली बार 2012 में वजूद में आई। विधानसभा क्षेत्र के वजूद में आने के बाद पहले ही चुनाव में भाजपा ने जीत का परचम लहराया था। यहां से भाजपा नेत्री सावित्रीबाई फूले बसपा की किरन भारती को हराकर विधायक बनी थीं। इसके बाद सावित्री मोदी लहर पर सवार होकर संसद पहुंच गईं व विधानसभा सीट रिक्त हो गई। सावित्रीबाई फूले के सांसद चुने जाने के चलते माना जा रहा था कि बलहा में भाजपा की पकड़ मजबूत है। लेकिन अगले ही चुनाव (2014) में सपा ने यहां से फतेह हासिल कर भाजपा को करारी शिकस्त दी थी। सपा प्रत्याशी बंशीघर बौद्ध ने भाजपा के पूर्व मंत्री अक्षयवरलाल गौड़ को 25 हजार वोटों से हराया था। जबकि भाजपा ने यह सीट 2012 के विधानसभा और मई के लोकसभा चुनाव में लगभग 23 हजार मतों से जीती थी। बलहा सीट पर जीत दर्ज कर एमएलए बने बंशीधर बौद्ध सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे।
2017 में बलहा की सुरक्षित सीट से भाजपा प्रत्याशी अक्षयवरलाल गौड़ ने मोदी लहर में जीत का परचम लहराया। अक्षयवरलाल गौड़ ने 104066 मत प्राप्त कर जीत हासिल की थी। रनरअप रहीं बीएसपी प्रत्याशी किरन भारती को 57446, सपा प्रत्याशी बंशीधर बौद्ध को 29272 मत प्राप्त हुए।
विधानसभा क्षेत्र का जातिगत समीकरण

बलहा क्षेत्र दलित बाहुल्य इलाका है। यही वजह है कि इस सीट को सुरक्षित सीट का तमगा मिला हुआ है। यहां पहले नंबर पर दलित, दूसरे पर मुस्लिम और तीसरे पर ओबीसी के लोगों की संख्या है।
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