सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर लंबे समय से भाजपा के खिलाफ बगावती तेवर अपनाये हुए थे। लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने एनडीए से अलग 39 सीटों पर सुभासपा कैंडिडेट खड़े किये थे। कुछ दिन पहले तो राजभर ने भाजपा के नेताओं को मंच से गाली तक दे डाली थी। चुनाव में राजभर समुदाय के लोग कहीं नाराज न हो जाएं, इसलिए बीजेपी उन्हें बर्दाश्त करती रही और जैसे ही लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान पूरा हुआ, मंत्रिमंडल से उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
कौन हैं अनिल राजभर
अनिल राजभर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। अब उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय भी देने की घोषणा की गई है। अनिल राजभर के पिता रामजीत राजभर भी भाजपा के टिकट पर धानापुर और चिरईगांव विधायक रहे। अनिल राजभर ने चंदौली के सकलडीहा पीजी कॉलेज से छात्रनेता के तौर पर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। 1994 में छात्रसंघ अध्यक्ष बने। इसके बाद जिला पंचायत सदस्य चुने गए। 2003 में पिता के देहांत के बाद उपचुनाव लड़े, लेकिन चुनाव हार गये। इसके बाद से अनिल लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे और 2017 के चुनाव में शिवपुर से विधायक चुने गये। वह राज्य योजना आयोग के सलाहकार भी रहे।
अनिल राजभर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। अब उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय भी देने की घोषणा की गई है। अनिल राजभर के पिता रामजीत राजभर भी भाजपा के टिकट पर धानापुर और चिरईगांव विधायक रहे। अनिल राजभर ने चंदौली के सकलडीहा पीजी कॉलेज से छात्रनेता के तौर पर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। 1994 में छात्रसंघ अध्यक्ष बने। इसके बाद जिला पंचायत सदस्य चुने गए। 2003 में पिता के देहांत के बाद उपचुनाव लड़े, लेकिन चुनाव हार गये। इसके बाद से अनिल लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे और 2017 के चुनाव में शिवपुर से विधायक चुने गये। वह राज्य योजना आयोग के सलाहकार भी रहे।