किडनी से स्टोन निकालने की दवा गंगा के मैदानी क्षेत्र में पाए जाने वाले पांच पौधों से तैयार हुई है। एनबीआरआई के फार्माकोग्नोसी विभाग के प्रमुख डॉ.शरद श्रीवास्तव ने बताया कि दवा बनाने में 5 वनस्पतियों का प्रयोग हुआ है जो बहुतायत में उपलब्ध है। जबकि, बाजार में पथरी के इलाज के लिए जो दवाएं उपलब्ध हैं, उनमें 22 व 27 तत्वों का इस्तेमाल किया गया है।
दवा का परीक्षण किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी यानी केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.एसएन शंखवार की देखरेख में किया गया है। क्लीनिकल ट्रायल उत्तरी पूर्वोत्तर रेलवे के हॉस्पिटल में भी हुआ। यहां के यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सलिल टंडन ने कहा कि केजीएमयू के 90 मरीजों पर दवा का क्लीनिकल ट्रायल पूरा हो गया है। 18 वर्ष से ऊपर और 60 वर्ष से नीचे आयु के 59 पुरुष व 31 महिला मरीजों पर यह ट्रायल किया गया। इनमें 65 फीसद मरीजों ने दवा से आराम मिलने की बात कही है। डॉक्टरों की मानें, तो एनबीआरआई द्वारा विकसित यह हर्बल दवा किडनी स्टोन के इलाज में काफी प्रभावी होगी।