करवा चौथ पर सुहागिन महिलाओं की खास थाली पंडित शक्ति मिश्रा ने बतायाकि सोलह श्रृंगार के बाद हाथो में एक सुन्दर सी पूजा की थाली और थाली में पूजा का समान बहुत ही महत्व रखता हैं जिसको देख कर इंसान तो खुश होते हैं। देवी देवता की कृपा भी मिलती हैं। उन्होंने कहाकि हम आपको बताएगे अपने पति का दिल पर राज करने का तरीका।
> पीतल, स्टील ,फूल ,चीनी मिट्टी आदि की थाली बाजार में मौजूद हैं आप अपने सुविधा के अनुसार ले सकती हैं।
> बाजार में सजी धजी थाली भी मिलती हैं लेकिन वो एक व्यापार की तरह उसको त्योहारों पर बेचा जाता हैं। कहते हैकि जहा पर प्यार नहीं होता अपनापन नहीं होता वो चीज ज्यादा दिनों तक नहीं चलती।
> करवा चौथ की पूजा की थाली में कुंकुम, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मेंहदी, मिठाई, गंगाजल, चंदन, चावल, सिन्दूर, मेंहदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपक, रुई, कपूर, गेहूँ, शक्कर का बूरा, हल्दी, पानी का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, छलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलुआ, दक्षिणा के लिए पैसे। अपनी सुविधानुसार रखे।
> जिस तरह से बाजार में पीतल, स्टील ,फूल ,चीनी मिट्टी की थालिया हैं ठीक उसी प्रकार से करवा कलश भी मिलते हैं महिलायें अपनी सुविधा व मजबूती और फैशन के अनुसार कलश खरीदती हैं। लेकिन सभी महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि जहा पर आस्था ,प्यार , विश्वास होगा वहा अपनी सादगी ही सबपर भारी पड़ेगी। फैशन पर नहीं अपनी आस्था को बढ़ावा दे।
> करवा चौथ पर में मिट्ठ के करवा कलश से पूजा करना शुभ माना जाता हैं आज के फैशन के दौड़ में महिलाओं ने पूजा की थाली से लेकर कलश को भी फैशन से जोड़ दिया हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए।