विकास दुबे, उसकी पत्नी रिचा दुबे समेत अन्य रिश्तेदारों की संपत्तियां कानपुर, लखनऊ और कानपुर देहात में हैं। पूर्व डीएम नेहा शर्मा ने चौबेपुर पुलिस की रिपोर्ट पर विकास दुबे की संपत्तियों को कुर्क करके सील करने का आदेश दिया था। जिस पर लगातार कार्रवाई हो रही है। कानपुर में करीब 12 संपत्तियां सील की जा चुकी हैं। सिर्फ एक मतैयापुरवा की संपत्ति बची है। उसका मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। कानपुर देहात की संपत्तियां भी सील हो चुकी हैं। अभी तक लखनऊ की संपत्ति सील नहीं की जा सकी हैं। इसके लिए रिव्यु करने के बाद डीएम ने पूरी जानकारी हासिल की है। जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि डीएम लखनऊ को पूर्व डीएम की ओर से जारी आदेश के साथ रिमांडर भेजा गया है। जिससे लखनऊ की संपत्तियां भी कुर्क हो सकें।
यह भी पढ़े – बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे : 16 जुलाई को लोकार्पण में 1500 बसों से आएंगे एक लाख लोग, पीएम करेंगे सम्बोन्धित पहले भी हो चुकी कार्रवाई डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर पिछले दिनों कुख्यात की संपत्तियों का मूल्यांकन हुआ था। 50 करोड़ की जब्त संपित्तयों में विकास दुबे के नाम बिकरू, भीटी और सकरवां में कृषि भूमि व खंडहर मकान, रिचा दुबे के नाम चौबेपुर पक्खन में वर्ष 2015 में खरीदा प्लाट और मालौं में वर्ष 2014 में खरीदा गया आवासीय प्लाट बहन चंद्रकाता तिवारी के नाम बसेन व बिकरू में कृषि भूमि, भांजे अमन, गगन, पवन व कुलदीप के नाम पर रामपुर सखरेज में कृषि भूमि, बहन रेखा देवी के नाम बिल्हौर के खोदन में कृषि भूमि है। जब्त संपत्तियों का रिसीवर तहसीलदार बिल्हौर को नियुक्त किया गया है।