ये भी पढ़ें- कमलेश तिवारी हत्या केस में बहुत बड़ी कार्रवाई, 32 मुकदमे दर्ज, इन लोगों की अब खैर नहीं एटीएस ने दिया बयान- वहीं हिमांशु शु्क्ला, डीआईजी, गुजरात एटीएस, ने दोनों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि टीम इन दोनों को अब यूपी पुलिस को सौंप देगी। यह मामला यूपी इंवेस्टिगेशन टीम के अंतर्गत आता है, इसलिए हत्यारोपियों को उन्हें सौंप दिया जाएगा। कई सारी टीमें दोनों की धरपकड़ में लगाई गई थीं। यूपी पुलिस ने हमें काफी क्यू दिए थे, जिनकी मदद से अंत में दोनों को गुजरात-राजस्थान बॉर्डर के अरवल्ली जिले से गिरफ्तार कर लिया गया।
डीजीपी ने कहा- दिलाएंगे सख्त सजा- मामला में यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बयान दिया और कहा कि यूपी पुलिस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। हम गुजरात पुलिस के लगातार संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि हत्यारों से पहले जिन संदिग्धों व आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, उनसे सवाल जवाब में बड़े इन्पुट्स मिले। शाहजहांपुर, लखीमपुर, बरेली आदि सभी जगहों पर यूपी पुलिस व एटीएस टीम जघन चेकिंग कर रही थी। देश के कई शहरों में छापेमारी की गई थी। अब दोनों को यूपी में लाकर सख्ती से सवाल-जवाब किए जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि अब दोनों हत्यारोपियों को न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
ये भी पढ़ें- मायावती को तगड़ा झटका, इस पूर्व सांसद का बेटा छोड़ेगा बसपा, खुद कहा- थामने जा रहा हूं यह पार्टी पांच दिन के भीतर पकड़े गए हत्यारे- पिछले शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के अध्य्क्ष की उनके आवास में ही गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया था। योगी सरकार और यूपी पुलिस पर तभी से ही हत्यारों को पकड़ने व केस सुलझाने का दबाव था। वहीं आखिरकार वारदात के चौथे दिन मंगलवार को दोनों मुख्य हत्यारोंपियों को गिरफ्तार कर बड़ी उपलब्धि हासिल की।
पूछने है कई सवाल- अभी दोनों से कई सवालों के जवाब मांगे जाने बाकी है। आखिरकार दोनों ने कमलेश की हत्या किस मकसद से की। क्या वह किसी आतंकी संगठन से जुड़े है। साजिश में और कौन-कौन शामिल था।