गौरतलब है कि कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर को उनके निवास पर गोली मारने के बाद गला रेतकल हत्या कर दी गई थी। जांच में पुलिस को पता चला कि गुजरात निवासी मुईनुद्दीन ने साथियों के साथ मिलकर हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार कर आरोप पत्र दाखिल किया था। शनिवार को हुई सुनवाई में अशफाक हुसैन, रशीद अहमद, फैजान समेत 11 आरोपी मौजूद थे जबकि एक आरोपी विचारण निचली अदालत में चल रहा है।
जानकारी हो कि कमलेश तिवारी के जन्मदिवस पर प्रेस क्लब में हुए कार्यक्रम में वक्ताओं ने उनकी हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार ने कमलेश के बेटे सत्यम तिवारी को नौकरी देने, राजधानी में आवास देने और परिवार को शस्त्र लाइसेंस देने का वादा किया था, लेकिन ये वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं।