सबसे बुरी स्थिति लखनऊ की है, जहां प्रतिदिन नौ सौ से हजार मामले सामने आ रहे हैं। सोमवार को भी 992 लोग संक्रमित हुए हैं। सरकार का ज्यादातर ध्यान भी लखनऊ, कानपुर व प्रयागराज पर है। प्रदेश में अब तक 2,45,417 मरीज कोरोना से जंग जीत चुकी हैं। 67287 मरीज एक्टिव हैं, तो वहीं 4491 लोगों की जान जा चुकी है।
ये भी पढ़ें- एक करोड़ कोरोना टेस्ट करने वाला यूपी बनेगा देश का पहला प्रदेश, दो लाख प्रतिदिन होंगे टेस्ट कंटेनमेंट जोन की संख्या 20,626- प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या अब 20,626 हो गई है। जिनमें लगभग 16,07,000 मकान चिन्हित हैं, जिनमें 91.61 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है। कंटेनमेंट जोन में पॉजिटिव मामलों की संख्या 53,732 है। इसी बीच कोरोना टेस्टिंग में सरकार कीर्तिमान स्थापित कर रही है। 75 लाख टेस्ट करने वाला यूपी देश का पहला राज्य बन गया है। यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यूपी में अब तक कुल 76,36,000 से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं।
ये भी पढ़ें- जब किसी ने नहीं सुनी तो खुद ही बना दिया 70 मीटर लंबा व ढाई मीटर चौड़ा पुल ट्रूनैट व सीबीनैट टेस्टिंग के बढ़े रेट- प्राइवेट अस्पतालों व लैब्स द्वारा हड़ताल करने के बाद सरकार ने कोविड जांच के रेट घटा दिए हैं। अब ट्रूनैट व सीबीनैट टेस्टिंग के लिए लोगों 2000 रुपए देने होंगे। पूर्व में सरकार ने 2500 रुपए से घटाकर इसके दाम 1600 रुपए कर दिए थे। हालांकि आरटीपीसीआर से टेस्ट करवाने के लिए लोगों को पूर्व निर्धारित 1600 रुपए ही देने होंगे। प्राइवेट लैब्स ने घटाए गए दामों पर टेस्ट करने से इंकार कर दिया था। इनका कहना था कि टेस्ट के लिए जरूरी चीजें ही इतनी महंगी है कि 1600 रुपए में टेस्ट करना मुश्किल होगा।