कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जे पी नड्डा का यह पहला लखनऊ दौरा होगा। इससे पहले वह यूपी के लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाए गए थे। नड्डा लखनऊ आगमन पर पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। उनके दौरा के मुख्य बिंदुओं में 12 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव है जिसके लिए वे प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। भाजपा नेता राकेश त्रिपाठी (Rakesh Tripathi) ने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष के लखनऊ प्रवास पर कहा कि वे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय व सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगे।
यही नहीं, भाजपा नेता ने कहा कि नड्डा, महेंद्र नाथ पांड्ये के केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए नये नाम पर भी मुहर लगा सकते हैं। इसके अतिरिक्त नड्डा अपने दौरे पर संगठनात्मक मुद्दों पर प्रमुख रुप से चर्चा करेंगे। त्रिपाठी ने आगे कहा कि भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदेश पदाधिकारियों से जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने की रणनीति तय करेंगे। इसके लिए सदस्यता अभियान व अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।
एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा है कि गौतमबुद्धनगर के सांसद डॉ महेश शर्मा (Mahesh Sharma) का नाम चर्चा में है। वह संगठन के व्यक्ति माने जाते हैं व पांच साल का सरकार में अनुभव भी उनके पास हैं। वैसे भाजपा ऐसी व्यक्ति की तलाश में हैं जो सवर्ण और पिछड़ा के साथ दलित वोट बैंक को साथ रखे, लेकिन सवर्ण नेता की संभावना ज्यादा बन रही है।
वहीं डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) को भी संगठन में लाकर एक प्रयोग किया जा सकता है। वहीं यदि भाजपा पिछड़े चेहरों पर दांव लगाना चाहेगी, तो स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) का नाम सबसे पहला होगा। वर्तमान में यूपी सरकार के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह मध्यप्रदेश के प्रभारी भी हैं। अध्यक्ष पद के लिए संगठन की नजर में महामंत्री विजय बहादुर पाठक (Vijay Bahadur Pathak) भी योग्य कहे जा रहे हैं। वे रैली और संगठन के कार्यकर्ताओं की भीड़ एकत्रित करने जैसे काम भी करते रहे हैं। इसके अतिरिक्त मंत्री दारा सिंह चौहान, आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल का नाम राजनीतिक गलियारों में चर्चा में हैं। अब देखना यह होगा कि जीपे नड्डा इनमें से किसी पर मुहर लगाते हैं अथवा नहीं।