बुलंदशहर में 21 वर्षों से बीजेपी की झंडाबरदार डॉ. अंतुल तेवतिया का भी निर्विरोध निर्वाचन तय है। उन्होंने कहा कि मेरे खून का एक-एक कतरा बुलंदशहर की जनता को समर्पित है और जब तक जिंदा हूं जनता की सेवा करूंगी। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जीत पक्की कर चुकीं पूनम मौर्या ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात करती हैं। आगरा में पूर्व विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह की पुत्रवधू मंजू भदौरिया जिला पंचायत अध्यक्ष के तौर पर नहीं सियासी पारी शुरू करने को तैयार हैं। मुरादाबाद में बीजेपी कैंडिडेट डॉ. शेफाली सिंह ने सपा के गढ़ में कमल खिलाने का काम किया है। वर्तमान में जिले की 6 में 4 सीटों पर सपा का कब्जा है। सांसद भी सपा के हैं, लेकिन अब जिला पंचायत की कुर्सी पर डॉ. शेफाली बैठेंगी। गाजियाबाद में ममता त्यागी ने विपक्षी दलों के जीत के दावे की हवा निकाल दी। यहां से उनका निर्विरोध निर्वाचन तय है।
यह भी पढ़ें
कोई स्टूडेंट तो कोई 21 साल से राजनीति में सक्रिय, जानें- इन महिलाओं की जीत के मायने
इनका निर्विरोध निर्वाचन तय
बुलंदशहर : डॉ. अंतुल तेवतिया
मुरादाबाद : डॉ. शेफाली सिंह
बलरामपुर : आरती तिवारी
गाजियाबाद : ममता त्यागी
गोरखपुर : साधना सिंह
वाराणसी : पूनम मौर्या
आगरा : मंजू भदौरिया
यह भी पढ़ें