ये भी पढ़ें- यूपी में कानून व्यवस्था फेल, लगातार दूसरे दिन ट्रिपल मर्डर, पति, पत्नी व बेटे की हत्या, मायावती ने सरकार को घेरा अभ्यार्थियों के मन में बैठा डर हुआ दूर-
पहले दिन अभ्यार्थियों की संख्या तो कम रही, लेकिन जो भी पहुंचे उनमें कोरोना संक्रमण को लेकर मन में बैठा डर दूर हो गया। प्रशासन की ओर से किए गए बंदोबस्त से उनमें सुरक्षा का भाव देखा गया। छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग और प्रॉपर सैनिटाइज करवाने के बाद ही दाखिला दिया गया। यदि किसी के तबियत खराब हो जाए तो इसके लिए हर सेंटर पर एक डॉक्टर भी तैनाती किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर 2-2 ऑब्जर्वर हैं। परीक्षा कक्ष एवं फर्नीचर को ठीक से सैनिटाइज कराया गया। प्रत्येक केंद्र पर परीक्षार्थी के मोबाइल जमा कराने के लिए उन्हें लिफाफे दिए गए ताकि परीक्षार्थी अपना मोबाइल खुद उसमें जमा कर सके। प्रत्येक केंद्र पर 200-200 मास्क रखाने की व्यवस्था भी की गई है। यदि कोई बिना मास्क के आए तो वह उसी पल भुगतान कर मास्क ले सकता है। बगैर मास्क केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जा रहा है।
पहले दिन अभ्यार्थियों की संख्या तो कम रही, लेकिन जो भी पहुंचे उनमें कोरोना संक्रमण को लेकर मन में बैठा डर दूर हो गया। प्रशासन की ओर से किए गए बंदोबस्त से उनमें सुरक्षा का भाव देखा गया। छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग और प्रॉपर सैनिटाइज करवाने के बाद ही दाखिला दिया गया। यदि किसी के तबियत खराब हो जाए तो इसके लिए हर सेंटर पर एक डॉक्टर भी तैनाती किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर 2-2 ऑब्जर्वर हैं। परीक्षा कक्ष एवं फर्नीचर को ठीक से सैनिटाइज कराया गया। प्रत्येक केंद्र पर परीक्षार्थी के मोबाइल जमा कराने के लिए उन्हें लिफाफे दिए गए ताकि परीक्षार्थी अपना मोबाइल खुद उसमें जमा कर सके। प्रत्येक केंद्र पर 200-200 मास्क रखाने की व्यवस्था भी की गई है। यदि कोई बिना मास्क के आए तो वह उसी पल भुगतान कर मास्क ले सकता है। बगैर मास्क केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जा रहा है।