चार साल पहले भी ऐसा हुआ था मौलवी ने कहा कि चार साल पहले, इसी तरह की स्थिति तब हुई थी जब होली और शब-ए-बारात एक ही दिन थी। हमने उस दिन भी शांति और सद्भाव बनाए रखा था और सभी धर्मों और भावनाओं का सम्मान करते हुए इस साल भी ऐसा करना जारी रखेंगे।
जुमा की नमाज का समय बदल लें एडवाइजरी में मस्जिदों से जुमा (शुक्रवार) की नमाज का समय उन जगहों पर आधे घंटे पीछे करने को कहा गया है जहां नमाज का समय दोपहर 12.30 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच है। मौलाना खालिद राशिद ने कहा कि लोग शब-ए-बारात पर अपने पूर्वजों की कब्रों पर अपनी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने जाते हैं। उन्हें इस साल शाम 5 बजे के बाद ही ऐसा करना चाहिए क्योंकि पूरे दिन होली मनाई जाएगी। जुमा मस्जिद ईदगाह में नमाज दोपहर 12.45 बजे के बजाय, 2 बजे होगी।