यह है मामला फायर एनओसी मिलने के मामले में 17 जिलों के 58 निवेशकों ने इस मामले में असंतुष्टी जाहिर की है। उनके संतुष्ट न होने का कारण क्या है, इसके लिए संबंधित अधिकारी निवेशकों को मोबाइल फोन पर संपर्क करने में जुटे हैं। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के तहत निवेशकों के फीडबैक के आधार पर विभिन्न सेवाओं की गुणवत्ता परखी जाती है। लेकिन आए दिन कई जिलों में मुख्य अग्निशमन अधिकारी निवेश मित्र पोर्टल पर आवेदन टाल रहे हैं। तय समय से आवेदनों को नहीं निपटा पा रहे हैं। इस कारण निवेशक एनओसी के लिए भटक रहे हैं। कुछ मामले एनओसी नवीनीकरण न होने के हैं।
दरअसल, औद्योगिक विकास विभाग ने उद्योग लगाने के लिए विभिन्न सेवाओं को निश्चित समय में निवेश मित्र पोर्टल के जरिए उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। इसके लिए संबंधित विभाग निवेशकों के ऑनलाइन आवेदनों का समाधान करा कर एनओसी आदि देते हैं। इसमें फायर एनओसी काफी महत्वपूर्ण है। उद्योग लगाने से पहले आग से संबंधी जरूरी बचाव के इंतजाम किए जाते हैं। एनओसी मिलने के बाद आगे के काम होते हैं।
17 जिलों में शामिल ये जिले अम्बेडकर नगर, अमेठी, बुलंदशहर, फतेहपुर, गौतमबुद्धनगर, हमीरपुर, हापुड़, लखनऊ, मैनपुरी, मथुरा, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, देवरिया, पीलीभीत,वाराणसी, बरेली और शाहजहांपुर। ये भी पढ़ें: पीएम मोदी के चुनाव में उनकी प्रस्तावक रहीं प्रोफेसर अन्नपूर्णा शुक्ला के पति का निधन