आज अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस है। दुनियाभर के चाय उत्पादक देश 2005 से 15 दिसंबर को हर साल अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में मनाते थे। पर वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के माध्यम से आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र संघ में रखा गया, जिसे 21 दिसंबर, 2019 को मान्यता मिली। और 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित कर दिया गया। मान्यता मिलने के बाद 21 मई 2020 पहली बार अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया गया।
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस 2022 की थीम ‘Celebrating Tea Around The World’ दुनियाभर में चाय का जश्न मनाना है। इसके साथ ही Tea Day एक आदर्श वाक्य के साथ मनाया जाता है जो ‘From Field to Cup’ फील्ड से लेकर कप तक है।
चाय के दीवाने लोग हर गली पर चाय के प्याले की तलाश करते हैं। तो गलियों में चाय बेचने वालों की अजीविका इन्ही से चलती है। चाय से कई लोगों को रोजगार भी मिला है। अच्छी जॉब न मिलने को अपनी कमजोरी न मानकर प्रियंका गुप्ता (24 वर्ष) ने पटना के महिला कॉलेज के सामने एक चाय का ठेला लगाना शुरू कर दिया। प्रियंका गुप्ता का यूपी कनेक्शन यह है कि, इन्होंने वाराणसी के काशी विद्यापीठ से ग्रेजुएशन कम्पलीट किया है। कम्पटिशन एग्जाम में सफलता न मिलने पर प्रियंका गु्प्ता ने आत्मनिर्भर भारत के तहत खुद का बिजनेस शुरू कर दिया। उन्होंने 11 अप्रैल 2022 को चाय बेचने का काम शुरू किया। प्रियंका की चाय के दुकान में लिखे स्लोगन सभी को प्रभावित कर रहे हैं। दुकान के बोर्ड की पंचलाइन है “पीना ही पड़ेगा” और “सोच मत चालू कर दे बस”। प्रियंका ने बताया कि लोन न मिलने पर एक दोस्त से उधार पैसे लेकर अपना बिजनेस शुरू किया। प्रियंका की दुकान में कुल्हड़ चाय, मसाला चाय, पान चाय और चॉकलेट चाय लोगों बेहद पसंद कर रहे हैं। चाय की कीमत 15 से 20 रुपए है।