हवाई किराए ने भी भरी उड़ान
साढ़े तीन माह पहले ट्रेनों के फुल होने और हवाई किराया के महंगा होने से यात्री अचरज में हैं। दरअसल, यात्रियों की संख्या जिस हिसाब से बढ़ी है उस औसत में ट्रेनों के न बढ़ने से टिकटों की यह मारामारी मची है। वहीं पिछले दो साल से पर्व त्योहारों में विमानों का हवाई किराया बेलगाम रह रहा है। ट्रेनों में टंगा नो रूम का बोर्ड
इस साल दिवाली 31 अक्टूबर को है। इससे दो दिन पहले यूपी से होते हुए पटना आने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों की स्थिति देखें तो तेजस राजधानी की सभी श्रेणी में 29 अक्टूबर को कोई भी बुकिंग नहीं होगी। फर्स्ट एसी, सेकंड एसी और थर्ड एसी में नो रूम का बोर्ड टंग गया है। संपूर्ण क्रांति की थ्री एसी इकोनॉमी में भी टिकटों की बुकिंग बंद हो गई है। ट्रेन के स्लीपर क्लास में 112 वेटिंग है, थ्री एसी में 107 जबकि फर्स्ट एसी में नौ वेटिंग है। वहीं दिवाली से एक दिन पहले 30 अक्टूबर को संपूर्ण क्रांति की श्रेणी में नो रूम हो गया है। एक नवंबर को दोनों ट्रेनों में कमोबेश यही स्थिति है।