पछुआ हवाएं बढ़ा रही गलन प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में भी भारी शीत लहरी चलने की चेतावनी की बात कही गई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने शनिवार को बताया पहाड़ों पर हुई भीषण बर्फबारी के चलते वहां से आ रही उतर पछुआ हवाएं गलन बढ़ा रही है। एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसके चलते अगले 36 से 48 घंटे में गलन भरी पछुआ हवाओं में कमी आ सकती है जिससे लोगों को गलन भरी ठंड से मामूली राहत मिलने के आसार हैं। प्रदेश में कुछ एक जगह न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास दर्ज हो सकता है।
प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान शनिवार को प्रदेश में चुर्क और फिरसतगंज सबसे ठंडा स्थान रहा। यहां का तापमान लुढ़ककर 2.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। शनिवार को यह प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। इससे पहले बरेली इस सीजन का सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया था। शुक्रवार को यहां का तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।