इन जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात एवं आंधी का अलर्ट ( Thunderstorm and Lightning Warning for Uttar Pradesh) बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन, वज्रपात एवं सतही तेज हवा (आंधी) होने की संभावना है।
इन जिलों में ओलावृष्टि की चेतावनी (Meteorological department alert) • प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर एवं आसपास इलाकों में ओलावृष्टि होने की संभावना है।
( Weather Prediction) ओलावृष्टि,तड़ित झंझावात, वज्रपात एवं असामयिक वर्षा का दुष्प्रभाव
> तड़ित झंझावात, वज्रपात एवं ओलावृष्टि से जर्जर इमारतों, कच्चे घरों एवं झोपड़ियों को आंशिक क्षति पहुँचने की सम्भावना है। > तड़ित झंझावात/वज्रपात के कारण पेड़/पेड़ की शाखाओं के गिरने की संभावना बनी रहती है।
> तड़ित झंझावात/वज्रपात के कारण बागवानी एवं खड़ी फसलों को नुकसान होने की सम्भावना है। > मध्यम बारिश की स्थिति में कच्ची सड़कों पर फिसलन एवं टूटी सड़कों पर गड्ढों में पानी भरने की सम्भावना रहती है।
> मध्यम बारिश के कारण खेतों में पानी लगने एवं ओलावृष्टि से खड़ी फसलों, नर्सरी/पौध एवं बागवानी फसलों के गिरने/टूटने/गलने/अंकुरण प्रभावित होने से नुकसान होने की सम्भावना रहती है। > ओलावृष्टि से खुले में लोगों एवं पशुओं को चोट लगने एवं वाहनों में आंशिक क्षति होने की सम्भावना रहती है।
( IMD weather prediction) ओलावृष्टि, तड़ित झंझावात, वज्रपात एवं असामयिक वर्षा के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय > घर के अंदर रहें, खिड़कियां, दरवाजे बंद रखे और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
> तड़ित झंझावात के समय सुरक्षित आश्रय लें; पेड़ों के नीचे तथा टिन/मेटल शेड के नीचे आश्रय न लें। टिन/मेटल शेड के नीचे शरण लेने से अच्छा है, खुले में रहना। > तड़ित झंझावात के समय कंक्रीट की फर्श पर न लेटें एवं कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें।
> तड़ित झंझावात के समय इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अविलंब अनप्लग करें। > तड़ित झंझावात के समय बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहें। > तड़ित झंझावात के समय जलस्रोतों/निकायों से तुरंत बाहर निकलें।
> तड़ित झंझावात, अंधड़, आंधी-तूफान के समय पशुओं को पेड़ के नीचे न बांधे। > ओलावृष्टि के समय सुरक्षित छायादार स्थान पर आश्रय लें तथा पशुओं को भी सुरक्षित छायादार स्थान पर बांधे।
> फिसलन/जलभराव वाली सड़कों पर यात्रा करते समय सावधानी बरतें। > जलभराव की स्थिति में खड़ी फसलों से वर्षा के अधिक पानी के निकास की उचित व्यवस्था करें। > तेज़ हवाओं एवं ओलावृष्टि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए उपयुक्त फसलों में पलवार करें।
> कृषि मंडियों में खुले में रखे हुए उत्पादों को भीगने से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर भंडारित करें। > ओलावृष्टि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए बागवानी एवं सब्जी की फसलों में उपलब्धता के आधार पर एंटी हेल नेट का उपयोग करें।