सोनू ने कभी अपनी गरीबी को किसी से नहीं छिपाया
सोनू वर्मा को आर्थिक तंगी थी, लेकिन उसने पढ़ाई नहीं छोड़ी। रानी लक्ष्मी बाई विद्यालय विकास नगर सेक्टर-4 शाखा में सोनू क्लास 4 में एडमिशन लिया। सोनू के दोस्त भले अमीर हो, लेकिन उसने गरीब पिता को कभी किसी से नहीं छिपाया। न इस बात पर सोनू का कभी शर्मिंदगी हुई।
सोनू वर्मा को आर्थिक तंगी थी, लेकिन उसने पढ़ाई नहीं छोड़ी। रानी लक्ष्मी बाई विद्यालय विकास नगर सेक्टर-4 शाखा में सोनू क्लास 4 में एडमिशन लिया। सोनू के दोस्त भले अमीर हो, लेकिन उसने गरीब पिता को कभी किसी से नहीं छिपाया। न इस बात पर सोनू का कभी शर्मिंदगी हुई।
सोनू को गणित में 99 नंबर मिले
सोनू ने कहा कि स्कूल बाहर आते ही गर्व से अपने दोस्तों को बताता था कि सामने जो पान की दुकान है वह मेरे पिता की है। अब इसके बाद जो मेरा दोस्त हैं वो मेरे साथ है जो नहीं वो दोस्त नहीं। सोनू को सबसे ज्यादा अंक कम्पयूटर साइंस और गणित विषय में 99- 99 अंक मिले।
सोनू ने कहा कि स्कूल बाहर आते ही गर्व से अपने दोस्तों को बताता था कि सामने जो पान की दुकान है वह मेरे पिता की है। अब इसके बाद जो मेरा दोस्त हैं वो मेरे साथ है जो नहीं वो दोस्त नहीं। सोनू को सबसे ज्यादा अंक कम्पयूटर साइंस और गणित विषय में 99- 99 अंक मिले।
सोनू के पिता हाईस्कूल तक भी पढ़ाई नहीं कर पाए
सोशल साइंस में 92, अंग्रेजी में 90 और हिन्दी में 80 अंक मिले। सोनू के पिता ने कहा कि मैं खुद हाईस्कूल तक पढ़ पाया लेकिन बेटे को खूब पढ़ाने का सपना देखा है। आज खुशी ये है कि बेटा जानता है कि दुश्वारियों के साथ पढ़ रहा है इसलिए वो पिता की मेहनत और पढ़ाई का महत्व जानता है।
सोशल साइंस में 92, अंग्रेजी में 90 और हिन्दी में 80 अंक मिले। सोनू के पिता ने कहा कि मैं खुद हाईस्कूल तक पढ़ पाया लेकिन बेटे को खूब पढ़ाने का सपना देखा है। आज खुशी ये है कि बेटा जानता है कि दुश्वारियों के साथ पढ़ रहा है इसलिए वो पिता की मेहनत और पढ़ाई का महत्व जानता है।
इंजीनियर बनना चाहते हैँ सोनू
बेटे ने इतने अच्छे अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। भले ही कई बार दोस्तों से उधार लेकर स्कूल की फीस जमा की हो लेकिन बेटे ने मेहनत को सफल कर दिया। छात्र सोनू वर्मा ने कहा कि आगे चलकर कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करना चाहता हूं और पिता को खूब आराम देना चाहता हूं।
बेटे ने इतने अच्छे अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। भले ही कई बार दोस्तों से उधार लेकर स्कूल की फीस जमा की हो लेकिन बेटे ने मेहनत को सफल कर दिया। छात्र सोनू वर्मा ने कहा कि आगे चलकर कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करना चाहता हूं और पिता को खूब आराम देना चाहता हूं।