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मकानों के स्वामियों के नंबर होंगे अपडेट
इस योजना के तहत नगर निगम के रिकॉर्ड में दर्ज सभी भवन स्वामियों के मोबाइल नंबरों को एकत्र और अपडेट किया जा रहा है। कई स्वामियों के पुराने नंबर हैं, जो अब चालू नहीं हैं। ऐसे सभी नंबरों को अपडेट किया जा रहा है ताकि किसी भी स्वामी तक जानकारी पहुँचने में कोई समस्या न हो। यह प्रक्रिया पूरी होते ही व्हाट्सएप पर मैसेज भेजना शुरू कर दिया जाएगा। अनुमान है कि इस प्रक्रिया को पूरा करने में लगभग 2 से 3 महीने का समय लगेगा। यह भी पढ़ें
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वाट्सएप पर डिजिटल नोटिस का फायदा
व्हाट्सएप के जरिए बिल और नोटिस भेजने से भवन स्वामी अपने टैक्स से संबंधित जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकेंगे और किसी भी विलंब से बचा जा सकेगा। यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन के तहत भी महत्वपूर्ण साबित होगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी और पारदर्शिता बनी रहेगी। इसी तर्ज पर बिजली विभाग भी अपने उपभोक्ताओं को बिल और अन्य जानकारी व्हाट्सएप पर भेजता है, जिससे उपभोक्ताओं को समय पर जानकारी मिलती है और वे देरी से बचते हैं। यह भी पढ़ें
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नगर निगम का बड़ा रिकॉर्ड अपडेट
नगर निगम के पुराने रिकॉर्ड के अनुसार लगभग 4.65 लाख मकानों के मोबाइल नंबर फीड किए गए थे, लेकिन जीआईएस सर्वे के बाद यह संख्या बढ़कर 6.59 लाख तक पहुंच चुकी है। अब इस बढ़ी हुई संख्या के आधार पर मकान मालिकों के नंबरों की अपडेट प्रक्रिया जारी है, ताकि सभी को व्हाट्सएप के माध्यम से हाउस टैक्स की जानकारी मिल सके। यह कदम भवन स्वामियों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित होगा, जिससे वे समय पर अपना हाउस टैक्स जमा कर सकेंगे और किसी भी प्रकार के अतिरिक्त शुल्क या दंड से बच सकेंगे। यह भी पढ़ें
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टैक्स अपडेट कैसे होगा
टैक्स अपडेट की प्रक्रिया नगर निगम द्वारा कुछ चरणों में पूरी की जाती है। यहां बताया गया है कि हाउस टैक्स अपडेट कैसे होगा: मोबाइल नंबर अपडेट: सबसे पहले, नगर निगम उन मकान स्वामियों के मोबाइल नंबरों को एकत्र करेगा जो पहले से उनके रिकॉर्ड में दर्ज हैं। पुराने नंबरों को अपडेट किया जाएगा ताकि सभी के सही मोबाइल नंबर उपलब्ध हों। वाट्सएप इंटीग्रेशन: जैसे ही मोबाइल नंबर अपडेट हो जाते हैं, नगर निगम का सिस्टम स्वचालित रूप से इन नंबरों पर व्हाट्सएप के जरिए हाउस टैक्स का नोटिस और बिल भेजेगा। यह प्रक्रिया उसी तरह काम करेगी जैसे बिजली विभाग अपने उपभोक्ताओं को वाट्सएप पर बिल भेजता है।
टैक्स अपडेट प्रक्रिया: मकान मालिकों को समय-समय पर उनके हाउस टैक्स का विवरण व्हाट्सएप पर प्राप्त होगा। बिल की स्थिति, कितना टैक्स बकाया है, और भुगतान की आखिरी तारीख जैसी जानकारी भी इस प्रक्रिया में शामिल होगी।
ऑनलाइन भुगतान लिंक: वाट्सएप पर भेजे गए मैसेज में टैक्स भुगतान के लिए ऑनलाइन लिंक शामिल होगा। स्वामी उस लिंक का उपयोग कर सीधे अपने टैक्स का भुगतान कर सकेंगे, जिससे प्रक्रिया और आसान हो जाएगी।
सिस्टम ऑटोमेशन: अपडेट की गई जानकारी के आधार पर, नगर निगम का सिस्टम स्वचालित रूप से प्रत्येक भवन स्वामी को नियमित आधार पर नोटिफिकेशन भेजेगा ताकि वे समय पर अपना टैक्स जमा कर सकें।
इस प्रक्रिया से टैक्स भरने में देरी से होने वाले दंड से बचा जा सकेगा, और टैक्स जमा करने की प्रक्रिया अधिक सुगम होगी।